राजस्थान प्रशासन की एक शानदार पहल वाली खबर सामने आई है। अब जेल में बंद कैदी शादियों और अन्य कार्यक्रमों में बैंड बजाते हुए देखेंगे। जो कैदी अच्छा आचरण करेंगे उनको बैंड वाली टीम में गठन किया जाएगा।
जयपुर. अक्सर हमने अपराधियों को जेल में बंद रहते या फिर कोर्ट में पेशी के दौरान ही देखा होगा। लेकिन अब हम इन्हीं अपराधियों को शादियों और अन्य कार्यक्रमों में बैंड बजाते हुए देखेंगे। इतना ही नहीं इन अपराधियों का बैंड पूरे राजस्थान में सबसे कम चार्ज वसूल करेगा। क्योंकि मत ऐसा हकीकत में होने जा रहा है। इसकी शुरुआत होने जा रही है राजस्थान के अजमेर से। यहां की जेल का बैंड पूरे देश का एकमात्र जेल वाला ऑर्केस्ट्रा बैंड है। जो हाल ही में स्कॉच अवॉर्ड से नवाजा गया है। यह केवल सरकारी कार्यक्रमों में ही नहीं बल्कि अन्य कार्यक्रमों की प्रस्तुति देता है। इसके लिए बुकिंग करवानी पड़ती है। जिसका चार्ज भी करीब 3700 ओके के करीब होता है।
इस बैंड में करीब 1 दर्जन से ज्यादा कलाकार
जेल अधीक्षक ने बताया कि सेंट्रल जेल के ऑर्केस्ट्रा बैंड को हाल ही में ऑर्डर ऑफ मेरिट स्कॉच अवार्ड मिला है। इसका चयन वर्चुअल और ऑनलाइन वोटिंग के बाद हुआ है। जेल अधीक्षक सुमन मालीवाल ने बताया कि राजस्थान कारागार विभाग की स्वरोजगार परियोजनाओं के तहत हां शायद जेल ऑर्केस्ट्रा बैंड का गठन किया गया। आपको बता दें कि इस बैंड में करीब 1 दर्जन से ज्यादा कलाकार है। जिसमें तबला वादक से लेकर गिटार प्लेयर और ड्रम वादक है।
बेहद शानदार है कैदियों का ड्रेस कलर
कैदी जेल के कपड़ों में नहीं बल्कि एक निश्चित ड्रेस कोड में कार्यक्रमों में बैंड बजाते हैं। जिसमें उनका ड्रेस कोड एक वाइट कलर का शर्ट और जींस और ऊपर एक हाफ रेड कलर की जैकेट है। कार्यक्रमों की प्रस्तुति के दौरान कोई बता ही नहीं सकता कि यह कैदी है या फिर कोई बैंड वाले। हालांकि सुरक्षा के लिहाज से कार्यक्रमों के दौरान उनके साथ एक से 2 पुलिसकर्मी भी तैनात रहते हैं जो नजर बनाए रहते हैं। इस बैंड में अच्छे आचरण वाले