राजस्थान के जोधपुर शहर से अनोखा मामला सामने आया है। जहां एक बच्चे का नार्मल वजन जन्म के समय 3 से 3.5 किलो का होता है वहीं इसका वजन 6 किलो है। सबसे बड़ी राहत की बात यह है कि डिलेवरी नॉर्मल होने के साथ मां-बेटा दोनो स्वस्थ है।
जोधपुर (jodhpur).राजस्थान के जोधपुर जिले से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां बीती शाम एक बच्चे का जन्म हुआ। इस बच्चे के जन्म के बाद डॉक्टर भी ताज्जुब कर रहे हैं क्योंकि इस बच्चे का जन्म 6 किलो है। हालांकि बच्चा और उसकी मां दोनों ही पूरी तरीके से स्वस्थ है। लेकिन एहतियात के तौर पर उन्हें हॉस्पिटल में ही रखा गया है। फिलहाल डॉक्टर से पता लगा रहे हैं कि बच्चे की गर्भ में ही इतनी ग्रोथ होने का कारण क्या रहा।
नॉर्मल नवजात बच्चों से ज्यादा इस बच्चे का वेट
दरअसल कड़वासरा की रहने वाली प्रसूता देवी को लेबर पेन हुआ तो इसके बाद परिजन उसे हॉस्पिटल लेकर गए। हालांकि महिला की पहले केवल एक सोनोग्राफी रिपोर्ट दी जिसके बाद डॉक्टर ने ज्यादा लेबर पेन होने के चलते तुरंत डिलीवरी करने का फैसला किया। नॉर्मल डिलीवरी होने के बाद जब बच्चे का वजन किया गया तो डॉक्टर भी हैरान रह गए क्योंकि बच्चे का जन्म 5 किलो 925 ग्राम निकला।
अनोखे केस ने डॉक्टरों को भी किया हैरान
हालांकि जन्म होने के बाद बच्चे को थोड़ी देर सांस लेने में तकलीफ हुई लेकिन डॉक्टर ने तुरंत उसे संभाल लिया। वहीं इस बच्चे की डिलीवरी करवाने वाले डॉक्टर सज्जन बेनीवाल ने बताया कि वह 12 साल से नौकरी कर रहे हैं। लेकिन यह पहला मामला है जब किसी बच्चे का जन्म इतना ज्यादा हो।
इतना होता है एक नवजात के बर्थ का औसत वजन
डॉक्टर्स की मानें तो नवजात का जन्म 3 से 3.5 किलो के लगभग होता है लेकिन प्रसूता की शुगर बढ़ जाने के कारण उसके शरीर में इंसुलिन की मात्रा ज्यादा हो जाती है। ऐसे में ही बच्चे का वजन भी ज्यादा हो जाता है। हालांकि डिलीवरी के दौरान मां और नवजात दोनों पर ही खतरा बना रहता है। वही आंकड़ों की मानें तो इससे पहले ब्रिटेन में 6.2 किलो का बच्चा जन्मा। इसके अलावा 1879 में कनाडा में एक बच्चा ऐसा भी जन्मा था जिसका वजन 10.8 किलो था। हालांकि उसकी कुछ घंटों बाद ही मौत भी हो गई।
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