Published : Aug 14, 2025, 12:43 PM ISTUpdated : Aug 14, 2025, 12:44 PM IST
Karoli Doctor Accident: राजस्थान के करौली में मेडिकल कॉलेज की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. दीक्षा सिरोही की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हुई। तेज रफ्तार ट्रॉले ने उनकी स्कूटी को टक्कर मारी, ड्राइवर फरार, पूरे जिले में शोक की लहर।
राजस्थान के करौली जिले से बुधवार को एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई। करौली मेडिकल कॉलेज की असिस्टेंट प्रोफेसर (एनेस्थीसिया) डॉ. दीक्षा सिरोही की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गई। यह घटना जिला मुख्यालय के पास सेंट जॉन्स स्कूल के सामने हुई, जब तेज रफ्तार ट्रॉले ने उनकी स्कूटी को टक्कर मार दी।
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बेहद दर्दनाक थी डॉक्टर दीक्षा की मौत
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, डॉ. दीक्षा अपने नियमित समय पर स्कूटी से कॉलेज के लिए रवाना हुई थीं। रास्ते में पीछे से आ रहे ट्रॉले ने अचानक उनकी स्कूटी को जोरदार टक्कर मारी। टक्कर लगते ही वे सड़क पर गिर पड़ीं और ट्रॉले का पहिया सीधे उनके सिर से टकरा गया। हादसा इतना भीषण था कि मौके पर ही उनकी जान चली गई।
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लोग बचाने दौड़े..लेकिन थम गईं सांसे
घटना के बाद आस-पास मौजूद लोग मदद के लिए दौड़े, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में भिजवाया। पुलिस ने परिजनों को हादसे की जानकारी दी, जिसके बाद घर में कोहराम मच गया।
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करौली पुलिस ने लोगों से की एक ही अपील
पुलिस के मुताबिक, हादसे के बाद ट्रॉला चालक वाहन वहीं छोड़कर फरार हो गया। वाहन नंबर के आधार पर उसकी तलाश की जा रही है। करौली पुलिस ने अपील की है कि सड़क पर वाहन चलाते समय गति सीमा का पालन करें, ताकि ऐसी दुखद घटनाओं से बचा जा सके।
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डॉ. दीक्षा की मौत से पूरे शहर में मातम
डॉ. दीक्षा के निधन की खबर से करौली मेडिकल कॉलेज में शोक की लहर है। उनके सहकर्मियों ने बताया कि वे न केवल एक कुशल डॉक्टर थीं, बल्कि अपने मिलनसार स्वभाव और संवेदनशीलता के लिए भी सबकी प्रिय थीं। मरीजों के साथ उनका व्यवहार हमेशा मानवीय और सहानुभूतिपूर्ण रहता था। स्थानीय लोगों के अनुसार, डॉ. दीक्षा का सपना करौली जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाना था।
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डॉ. दीक्षा अपनी जिंदगी से बेहद खुश थीं...
डॉ. दीक्षा अपनी जिंदगी से बेहद खुश थीं, उन्होंने बेहद कम उ्रम में वो सब कुछ पा लिया था, जिसके उन्होंने सपना देखा। लेकिन एक हादसे ने सब तबाह कर दिया। उनकी समय से पहले हुई मौत न केवल परिवार, बल्कि पूरे चिकित्सा समुदाय के लिए अपूरणीय क्षति है।