पहले मोहम्मद और अब सौम्या: क्यों मौत की नगरी बन रहा कोटा, NEET स्टूडेंट ने किया सुसाइड

कोटा में डॉक्टर और इंजीनियर बनने के लिए देश भर से लाखों छात्र हर साल आते हैं। लेकिन अब यह शिक्षानगरी मौत की नगरी बनती जा रही है। जिससे देशभर के माता-पिता में डर बैठने लगा है। अब फिर कोटा में एक छात्रा ने सुसाइड किया है।

Arvind Raghuwanshi | Published : Mar 28, 2024 5:54 AM IST

कोटा. राजस्थान का कोटा जिला फिर से चर्चा में हैं। अभी दो दिन पहले ही यानी मंगलवार को ही बीस साल के मोहम्मद उरूस का शव मिला था। फंदे से लटककर जान देने वाले मोहम्मद ने सुसाइड किया था। वह यूपी का रहने वाला था। अब कल रात कोटा से फिर एक लाश मिली है। इस बार बीस साल की सौम्या पंखे से लटकी मिली है। उसके परिजन कुछ देर पहले ही कोटा पहुंचे हैं। वह यूपी की रहने वाली थी और पिछले साल ही कोटा नीट की तैयारी करने के लिए आई थी। उसे आखिरी बार एक लड़के के साथ देखा गया था। इस मामले की जांच जवाहर नगर पुलिस कर रही है।

आखिरी बार एक लड़के के साथ देखी गई कोटा की स्टूडेंट

जवाहर नगर पुलिस ने बताया कि महावीर नगर प्रथम में करीब दस दिन पहले ही एक पीजी में रहने के लिए सौम्या आई थी। पढ़ाई में अच्छी थी और नीट की तैयारी कर रही थी। पीजी में जहां ठहरी वहीं पर रूम में कल रात फंदे से लटकी मिली। पुलिस सुसाइड मानकर जांच कर रही है। लेकिन सुसाइड का कारण स्पष्ठ नहीं हो सका है। वह आखिरी बार एक लड़के के साथ देखी गई थी। इस लड़के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।

लाखों छात्र कोटा डॉक्टर और इंजीनियर बनने आते, लेकिन अब खौफ

उल्लेखनीय है कि कोटा में डॉक्टर और इंजीनियर बनने के लिए देश भर से लाखों छात्र हर साल आते हैं। लेकिन उनमें से कई पढाई के प्रेशर या अन्य कारणों से अपनी जान दे देते हैं। दस साल में ऐसे करीब एक सौ पचास से ज्यादा छात्र हैं जो अपनी जान गवां बैठे हैं। इन मौतों को रोकने के लिए सरकार और कोचिंग वालों की ओर से किए जा रहे तमाम प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं

 

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