
कोटा (kota News). उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले का रहने वाल बहादुर सिंह, 17 साल का था। उसके पिता की पहले मौत हो चुकी थी । बड़ा भाई और मां परिवार चलाते थे और उन्होनें बहादुर सिंह को पढ़ने के लिए कोटा भेजा था ताकि वह पढ़ लिखकर बड़ा आदमी बन सके। लेकिन मां और बेटे का यह सपना पूरा नहीं हो सका। मामला कोटा जिले के महावीर नगर थाना इलाके का है।
दोस्त कोचिंग ले जाने के लिए रूम पहुंचे तो नजारा देख हो गए शॉक्ड
पुलिस ने बताया कि बहादुर सिंह, यूपी के ही रहने वाले अपने एक साथी अर्पित के साथ रुम शेयर कर रहता था। दोनो साथ ही कोचिंग जाते थे और साथ ही लाइब्रेरी भी जाते थे। लेकिन आज सवेरे जब अर्पित की मुलाकात बहादुर सिंह से हुई तो बहादुर सिंह कमरे में पंखे पर लटका था। अर्पित ने तुरंत इस बारे में अपने साथियों को सूचना दी । मकान मालिक को बताया और बाद में पुलिस मौके पर पहुंची।
कोटा पढ़ने आए यूपी के छात्र ने मौत को लगाया गले
पूछताछ में सामने आया कि बहादुर सिंह कुछ समय से बीमार चल रहा था। हालांकि वह लगातार कोचिंग जा रहा था। तीन चार दिन पहले कोचिंग में कुछ दूसरे बच्चों से उसका झगड़ा हो गया था तो टीचर्स ने दोनो ही पक्षों को डांट दिया था। बताया जा रहा है कि तभी से बहादुर सिंह कोचिंग नहीं जा रहा था। शनिवार की सुबह सवेरे उसकी लाश फंदे से लटकी मिली। बेटे के सुसाइड का पता चलते ही सदमे में आया परिवार यूपी से रवाना हो चुका है।
उल्लेखनीय है कि छह महीने में ही कोटा में 16 बच्चों की मौत हो चुकी है। ये सभी नीट और जेईई की तैयारियों के लिए अलग अलग राज्यों से कोटा आए थे। इनमें से अधिकतर ने सुसाइड़ किया है और कईयों की संदिग्ध मौत भी हुई है।
राजस्थान की राजनीति, बजट निर्णयों, पर्यटन, शिक्षा-रोजगार और मौसम से जुड़ी सबसे जरूरी खबरें पढ़ें। जयपुर से लेकर जोधपुर और उदयपुर तक की ज़मीनी रिपोर्ट्स और ताज़ा अपडेट्स पाने के लिए Rajasthan News in Hindi सेक्शन फॉलो करें — तेज़ और विश्वसनीय राज्य समाचार सिर्फ Asianet News Hindi पर।