पूरी दुनिया में शिक्षा नगरी में से मशहूर कोटा सुसाइड सिटी बनता जा रहा है। कोटा में इस साल का यह 17वां सुसाइ केस आया है। अब डॉक्टर बनने के सपने लेकर छात्र मनजोत चार महीने पहले ही यूपी से कोटा आया था। उसने भी आत्महत्या कर ली।
जयपुर. सुनहरे भविष्य के सपने लेकर यूपी से राजस्थान के कोटा शहर में आए एक और छात्र के सपने चूर चूर हो गए। बेटे की मौत के बारे में सुनकर परिवार टूट गया। सब कुछ एक पल ही में घट गया। डॉक्टर बनने के सवपने लेकर छात्र मनजोत चार महीने पहले ही यूपी से कोटा आया था। कोटा में इस साल का यह 17वां सुसाइड़ है। जो अब तक किसी भी साल में सबसे ज्यादा हैं। पढ़ाई का तनाव जानलेवा होता जा रहा है।
नीट की तैयारी में जुटा हुआ था छात्र मनजोत
दरअसल कोटा के विज्ञान नगर थाना इलाके का यह मामला है। ढकनिया इलाके में स्थित एक मल्टी स्टोरी में 17 साल का मनजोत छाबड़ा रह रहा था। इस हॉस्टल में वह चार महीने से रह रहा था और नीट की तैयारी में जुटा हुआ था। आज सवेरे उसके दोस्तों ने कोचिंग जाने के लिए उसे कॉल किया। लेकिन उसने कॉल पिक नहीं किया। बाद में कुछ दोस्त उसके कमरे में गए तो उसने दरवाजा नहीं खोला।
चेहरे पर पॉलीथिन बंधी थी और गला रस्सी से दबा था
तुरंत इसकी सूचना हॉस्टल संचालक को दी गई। वह मौके पर पहुंचा, पुलिस बुलाई गई। दरवाजा तोड़कर सभी ने अंदर एंट्री की तो पता चला कि मनजोत की जान जा चुकी है। उसके चेहरे पर पॉलीथिन बंधी हुई थी। गला रस्सी से दबा हुआ था। रस्सी उसने हाथ में पकडी थी। हालात देखकर पुलिस को लगा कि किसी तरह की अपराधिक घटना हुई है।
इस स्टूडेंट ने इतनी खतरनाक मौत चुनी जो किसने नहीं की है
बाद में जांच पड़ताल की तो टेबिल पर रखा एक सुसाइड नोट मिला। उसमें खुद की मौत का जिम्मेदार खुद ही होना लिखा पाया। पुलिस ने बताया कि सुसाइड़ के कई केस सामने आए, लेकिन किसी छात्र ने अपने लिए इतनी खतरनाक मौत चुनी...इस तरह का केस पहली बार ही सामने आया है। पुलिस ने परिजनों को सूचना दे दी है। मनजोत छाबड़ा उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले का रहने वाला था।
यह भी पढ़ें-लोन लेकर इंजीनियरिंग की, लेकिन चार साल बाद भी नहीं मिली नौकरी, युवक ने मौत को लगाया गले