महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल, करणी सेना के अध्यक्ष राज शेखावत ने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के एनकाउंटर के लिए 1 करोड़ 11 लाख 11 हजार 111 रुपये का इनाम घोषित किया। इसके साथ ही बिश्नोई को चुनाव लड़ने का भी प्रस्ताव मिला।
जयपुर। महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर से उथल-पुथल मच गई है। करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत ने कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के एनकाउंटर के लिए भारी-भरकम इनाम की घोषणा कर दी है। शेखावत ने ऐलान किया है कि जो भी पुलिसकर्मी लॉरेंस बिश्नोई का एनकाउंटर करेगा, उसे 1 करोड़ 11 लाख 11 हजार 111 रुपये का इनाम दिया जाएगा। शेखावत ने इस बात पर जोर दिया कि भारत को भयमुक्त करने के लिए ऐसे अपराधियों का सफाया जरूरी है।
बताते चलें कि महाराष्ट्र में राजनीतिक हालात एक बार फिर से तब गर्माते नजर आए, जब गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नाम प्रमुखता से उभर कर सामने आया। हाल ही में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में बिश्नोई का नाम सामने आया है, जिससे उसकी गतिविधियों पर फिर से पुलिस प्रशासन के साथ लोगों का भी ध्यान केंद्रित हुआ है। इसके अलावा सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या में भी उसके संबंधों की चर्चा चल रही है।
इस बीच करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत ने बिश्नोई के एनकाउंटर के लिए पुलिसकर्मियों को 1 करोड़ 11 लाख 11 हजार 111 रुपये का इनाम देने की घोषणा करके सभी को चौंका दिया है। शेखावत का कहना है कि भारत को भयमुक्त बनाने के लिए ऐसे खतरनाक अपराधियों का सफाया करना जरूरी है। उन्होंने यह भी बताया कि इस कार्य में लगे पुलिसकर्मियों के परिवार की सुरक्षा की जिम्मेदारी करणी सेना लेगी। उन्होंने इससे संबधित एक वीडियो भी जारी किया है।
इससे भी बड़ी दिलचस्प बात यह है कि लॉरेंस बिश्नोई को एक राजनीतिक दल, उत्तर भारतीय विकास सेना... से विधानसभा चुनाव लड़ने का प्रस्ताव मिला है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील शुक्ला ने बिश्नोई को पत्र लिखकर महाराष्ट्र में चुनावी भागीदारी के लिए आमंत्रित किया है। शुक्ला का कहना है कि बिश्नोई उत्तर भारतीयों के अधिकारों की रक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण प्रतीक हैं।
उन्होंने लिखा है कि बिश्नोई में शहीद भगत सिंह की झलक देखने का गर्व महसूस होता है। शुक्ला का मानना है कि महाराष्ट्र में उत्तर भारतीयों को आरक्षण से वंचित रखा गया है। उनका कहना है कि अगर भारत एक इकाई है, तो उन्हें अपने अधिकारों से क्यों वंचित किया जाए। उल्लेखनीय है कि पिछले करीब 10 दिन से लॉरेंस विश्नोई और उसकी गैंग का नाम लगातार चर्चा में बना हुआ है। अखबारों से लेकर टीबी चैनलों, सोशल मीडिया हर जगह लारेंस बिश्नोई और उसकी गैंग पर बहस छिड़ी है। कई लोग उसके पक्ष में हैं तो कई विपक्ष में।
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