राजस्थान में आंधी-तूफान का कहर जारी है, तेज हवाओं के चलते कई मकान गिर गए हैं और कई लोगों को जान गंवानी पड़ी है। अब भीलवाड़ा एक मकान गिर गया, जिसकी चपेट में एक 7 महीने की गर्भवती आ गई। महिला के साथ-साथ शिशु ने भी कोख में दम तोड़ दिया।
भीलवाड़ा (राजस्थान). परिवार में खुशी का माहौल था। दो महीने के बाद घर में नया मेहमान आने वाला था। उसके स्वागत की तैयारियां भी चल रहीं थी घर में, लेकिन एक ही पल में सब कुछ खत्म हो गया। सब बर्बाद हो गया। मामला राजस्थान के भीलवाड़ा जिले का है। मामला पारोली थाना इलाके का है।
भीलवाड़ा के देव तलाई गांव का है यह दर्दनाक हादसा
मौके पर पहुंची पुलिस ने बताया कि देव तलाई गांव में रहने वाली कांटी पंचायत की वार्ड पंच लाडा देवी के साथ यह हादसा हुआ। 24 साल की लाड़ा देवी अपने पति उदय लाल गुर्जर के साथ अपने कमरे में सो रही थी। चार साल का बेटा गोपाल भी माता पिता के पास ही सो रहा था। लाडा देवी के घर की रिपेयरिंग का काम चल रहा था। मकान की छत टपकती थी इस कारण आज से छत रिपेयर का काम शुरु होन जा रहा था। कल शाम यानि शुक्रवार शाम ही छत पर बजरी और रोडी डाली गई थी तकि आज से काम शुरु हो जाए। लेकिन छत पर बजरी और रोडी डालने के कारण छत पर वजन बढ़ जाएगा, इसका किसी को अंदाजा नहीं था। मकान पुराना होने के कारण छत पर पट्टियां डली थीं जो पुरानी हो चली थीं।
इस हादसे के बाद गांव में हर कोई खौफ में....
देर रात अचानक ये पट्टियां नीचे सो रहे परिवार पर आ गिरी। तेज आवाज के कारण पड़ोसी भी दौड़ आए। जब तक मलबा हटाया गया तब तक लाडा देवी की जान जा चुकी थी। वे सात महीने की गर्भवतीं थी। चार साल का बच्चा मामूली चोटिल हुआ है। वहीं पति उदय लाल भी गंभीर घायल है। इस हादसे के बाद गांव में हर कोई हैरान हैं।