'द कश्मीर फाइल्स' और 'द केरला स्टोरी' के बाद अब इसी तरह की दो और फिल्मों को लेकर विवाद छिड़ गया है। गैंगरेप और आतंकवाद के मुद्दे पर आधारित दो फिल्में 'अजमेर 92' और '72 हूरें' जुलाई में रिलीज होंगी।
अजमेर.'द कश्मीर फाइल्स' और 'द केरला स्टोरी' के बाद अब इसी तरह की दो और फिल्मों को लेकर विवाद छिड़ गया है। गैंगरेप और आतंकवाद के मुद्दे पर आधारित दो फिल्में 'अजमेर 92' और '72 हूरें' जुलाई में रिलीज होंगी। मुस्लिम समाज ने इन फिल्मों की रिलीज पर बैन लगान की मांग की है।
जानिए फिल्म अजमेर 92 को लेकर क्यों हो रही कंट्रोवर्सी, बैन करने की मांग
अजमेर 92 को लेकर कुछ मुस्लिम संगठन विरोध कर रहे हैं। उनका तर्क है कि यह फिल्म मुसलमानों के प्रति नफरत फैलाने की साजिश है। ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रज़वी बरेलवी ने कहा है कि फिल्म अजमेर 92 फिल्म लोगों को भ्रमित करने और समाज को बांटने के लिए ही बनाई गई है। बरेली ने फिल्म में दिखाए गए उस दावे को भी खारिज किया गया, जिसमें कहा गया है कि दरगाह में गलत शिक्षा दी जाती है।
अजमेर 92 गैंग रेप से संबंधित सच्ची घटनाओं पर आधारित बताई जा रही है। इसके लेखक और निर्देशक पुष्पेंद्र सिंह हैं। फिल्म में दिखाया गया है कि अजमेर के स्कूलों और कॉलेजों की 100 से अधिक लड़कियों को ब्लैकमेल किया गया।
अजमेर में इस ब्लैकमेल और गैंग रेप को पुलिस रिकॉर्ड में 'अजमेर ब्लैकमेल कांड' के रूप में लिस्टेड किया गया था। इसे महिलाओं के खिलाफ भारत में होने वाले अब तक के सबसे क्रूर अपराधों में से एक माना जाता है।
फिल्म की कहानी में दिखाया गया है कि कई यंग गर्ल्स को ट्रीट्स देकर फंसाया गया और फिर उनके साथ गैंग रेप करके ब्लैकमेल किया गया। पहले अजमेर-92 को प्रोड्यूस कर रही टी-सीरीज ने इसे ओटीटी पर रिलीज करने का प्लान बनाया था, लेकिन अब यह 14 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।
फिल्म 72 हूरें कंट्रावर्सी क्यों?
फिल्म 72 हूरें में खुलासा किया कि कैसे युवाओं को सुसाइड बॉम्बर्स में बदल दिया जाता है। द केरला स्टोरी की तरह 72 हूरें फिल्म में भी युवाओं का ब्रेनवॉश कर आतंकवाद की राह पर ढकेलने का मुद्दा उठाया गया है। फिल्म के टीजर में हाफिज सईद, ओसामा बिन लादेन, मसूद अजहर और याकूब मेनन जैसे अंतरराष्ट्रीय आतंकवादियों की तस्वीरें जिहाद का समर्थन करने वाली बैकग्राउंड वाइस के साथ प्रदर्शित की गई हैं।
इस फिल्म में दिखाया गया है कि युवाओं को बरगलाया जाता है कि कैसे जिहाद करने के बाद उन्हें जन्नत में अनछुई 'हूरें' या खूबसूरत अछूती लड़कियों का लुत्फ उठाने को मिलेगा। यह फिल्म 7 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।
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