जयपुर. मुंबई में बोट हादसे में करीब 200 से ज्यादा लोगों की जान बचा चुके बचाई जा चुकी है।हांलाकि कई अभी भी लापता है। लेकिन इस हादसे के बाद कई जानें भी गई हैं, उनमें वे लोग भी शामिल हैं जो रेस्क्यू करने के लिए आए थे। इस हादसे में राजस्थान की राजधानी जयपुर के रहने वाले 34 साल के नेवी मार्कोस कमांडो महेन्द्र सिंह की भी जान चली गई। उनका शव आज उनके पैतृक गांव लाया जाएगा। उनका गांव रेनवाल है जो जयपुर जिले में स्थित है।
रेनवाल की तहसीलदार कोमल यादव ने बताया कि महेन्द्र सिंह जूनसिया गांव के रहने वाले थे और जल्द ही रिटायर होकर गांव लौटने वाले थे। लेकिन अभी तक जो जानकारी हमें मिली है उस हिसाब से ये पता चला है कि जो नीलकमल बोट बेकाबू होकर नेवी के जहाट से टकराई थी, उस बोट में ही महेन्द्र सिंह सवार थे। बोट में मरने वालों में 13 लोग शामिल थे। फिलहाल और लोगों की सर्च चल रही है।
महेन्द्र सिंह दरअसल नेवी के मार्कोस कमांडो थे और कई तरह के हथियार चलाने में भी निपुट थे। वह अभी सिर्फ 34 साल के थे और दो महीने बाद ही वे रिटायर होने वाले थे। लेकिन अब वो दुनिया को अलविदा कह गए। कमांडो महेन्द्र सिंह धोनी जैसे स्टार तक को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दे चुके थे। उल्लेखनीय है कि मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा के बीच हुए इस हादसे के बाद से पूरे शहर में हडकंप मचा हुआ है। चीफ मिनिस्टर मृतकों और घायलों के लिए मुआवजा राशि का एलान कर चुके हैं। इस रेस्क्यू अभियान में नेवी चार हैलीकॉप्टर, दस से ज्यादा बड़े जहाज, कई छोटी बोट्स और काफी सारा स्टाफ लगा हुआ है।