राजस्थान के नागौर शहर से सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां के एक बड़े अधिकारी ने जो कि डीजीएफटी के ज्वाइंट डायरेक्टर पद पदस्थ थे, उन्होंने सुसाइड कर लिया। सीबीआई ने उन्हें रिश्वत मामले में अरेस्ट कर पूछताछ करने वाली थी। पर उससे पहले हुआ ये शॉकिंग काम
नागौर (nagaur news). केंद्र सरकार में डायरेक्टर जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड यानी डीजीएफटी के ज्वाइंट डायरेक्टर जावरी मल विश्नोई ने आत्महत्या कर ली। सीबीआई के अधिकारियों ने उन्हें ₹5 लाख की रिश्वत के आरोप में पकड़ा था । उन्हें पकड़ने के बाद सही तरीके से पूछताछ शुरू होती इससे पहले उन्होंने सीबीआई भवन में ही चौथी मंजिल से कूदकर सुसाइड कर लिया। वह सिर के बल सड़क के नजदीक गिरे और सिर फटने से मौके पर ही उनकी मौत हो गई। जावरी मल बिश्नोई मूल रूप से राजस्थान के नागौर जिले के रहने वाले थे और केंद्र सरकार में बड़े अधिकारी थे। इस पूरे घटनाक्रम के बाद फिलहाल सीबीआई का कोई भी बयान सामने नहीं आया है। वहीं राजस्थान के नागौर जिले में रहने वाला परिवार जावरी मल विश्नोई के शव का इंतजार कर रहा है।
यह है पूरा मामला
जावरी मल विश्नोई राजकोट में तैनात थे। गुजरात के राजकोट में उनका परिवार भी उनके साथ ही रह रहा था। परिवार की कुछ लोग नागौर में भी रह रहे थे। वह नागौर जिले के अलाई गांव के रहने वाले थे। उन्होंने फूड कैंस कारोबारी से 9 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। इस रिश्वत में पहली किस्त 5 लाख रुपए उन्हें शुक्रवार को पहुंचाई गई थी। रिश्वत पहुंचाने की सूचना सीबीआई को भी दी गई थी, जैसे ही कारोबारी रिश्वत देकर लौटा सीबीआई की टीम वहां पहुंच गई और उन्होंने जावरी मल विश्नोई को हिरासत में ले लिया।
रेड पड़ते ही घरवालों ने पैसे खिड़की से बाहर से फेंक दिए
सीबीआई का छापा पड़ते ही परिवार के लोगों ने 5 लाख कमरे की खिड़की से सड़क पर फेंक दिया। जिसे बाद में बरामद कर लिया गया। बिश्नोई ने ₹9 लाख की यह रिश्वत फूड कैंस व्यापारी का ₹50 लाख की बैंक गारंटी माफ करने की एवज में मांगी थी । 5 लाख रुपए के बाद जल्द ही 4 लाख रुपए भी पहुंचाए जाने थे लेकिन इसकी सूचना सीबीआई को लग गई थी। सीबीआई ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया था। गुजरात में ही सीबीआई कार्यालय में उनसे पूछताछ की जा रही थी, लेकिन शनिवार दोपहर बाद उन्होंने चौथी मंजिल से कूदकर जान दे दी।
जावरी मल विश्नोई के भाई संजय बिश्नोई ने सीबीआई के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करने की मांग की है। उधर सीबीआई की एक टीम उनके नागौर स्थित आवास पर भी सर्च कर रही है। पुलिस प्रक्रिया को पूरी करने के बाद आज जाबरमल विश्नोई का शव परिजनों को सौंपा जा सकता है। चर्चा है कि बदनामी के डर से उन्होंने यह जानलेवा कदम उठाया है।