
Rajasthan Transport Traffic Rules : जयपुर की सड़कों पर बढ़ते जाम ने प्रशासन को सख्त कदम उठाने पर मजबूर कर दिया है। शहर में लगभग 40 हजार ई-रिक्शा का रजिस्ट्रेशन है, जिनमें से अधिकतर कुछ ही प्रमुख इलाकों जैसे परकोटा, रेलवे स्टेशन, सिंधी कैंप आदि में सघन रूप से चल रहे हैं। इसी के चलते ट्रैफिक जाम की गंभीर समस्या बन चुकी है। इस चुनौती से निपटने के लिए ट्रैफिक पुलिस और सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग मिलकर एक नई व्यवस्था लागू करने जा रहे हैं। अब सभी ई-रिक्शा को सात अलग-अलग जोन में बांटा जाएगा और हर जोन को एक स्पेशल कलर कोड दिया जाएगा। प्रत्येक ई-रिक्शा को उसी जोन में चलने की अनुमति होगी, जिस जोन में उसका रजिस्ट्रेशन है।
अगर कोई चालक अपने जोन से बाहर जाकर वाहन चलाता है, तो उसके खिलाफ तत्काल चालान की कार्रवाई होगी। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (यातायात) योगेश दाधीच के अनुसार, यह कदम इसलिए जरूरी हो गया है क्योंकि ई-रिक्शा संचालन की मूल भावना, यानी शहर के हर कोने तक सुगम आवागमन, अब अव्यवस्थित संचालन के कारण उल्टा असर दिखा रही है।
नई योजना के तहत एक पोर्टल भी विकसित किया जा रहा है, जिसमें सभी ई-रिक्शा पंजीकृत होंगे। पोर्टल से न केवल संचालन की निगरानी की जाएगी, बल्कि नियमों का उल्लंघन करने वालों पर तुरंत जुर्माना भी लगाया जाएगा।
इतना ही नहीं, ई-रिक्शा को किराये पर देने की प्रथा पर भी अब रोक लगाई जा रही है। नियम के मुताबिक, सिर्फ वही व्यक्ति ई-रिक्शा चला सकता है जिसके नाम पर वह पंजीकृत है। महिलाओं और दिव्यांगजनों को इसमें छूट दी गई है। लेकिन कुछ लोग नियमों को दरकिनार कर एक से अधिक ई-रिक्शा लेकर दूसरों से चलवा रहे हैं। अब यह भी डिजिटल मॉनिटरिंग से रोका जाएगा। इस पूरे अभियान का उद्देश्य ट्रैफिक को नियंत्रित करना, सुरक्षित आवागमन सुनिश्चित करना और शहर की यातायात व्यवस्था को व्यवस्थित बनाना है।
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