राजस्थान के पाली जिले से पुलिस ने एक ऐसे शख्स को पकड़ा है, जो इंसानों का मांस खाता है। पलक झपकते ही वो आंख-नाक और कान को चबाने लगता है। यह शख्स इतना खतरनाक हो गया है कि डॉक्टरों को उसका इलाज करने के लिए पीपीई किट पहनना पड़ा।
पाली. राजस्थान के पाली जिले के सेंदड़ा थाना इलाके में 25 साल के एक शख्स को पुलिस ने गांव वालों की मदद से पकड़ा है। उसने बकरियां चराने वाली 65 साल की एक महिला की हत्या कर दी और उसके बाद उसके चेहरे के मांस को खा लिया। शरीर के मांस को खाने से पहले गांव वालों ने उसे देख लिया। उसे पकड़ा और पुलिस के हवाले कर दिया । उसकी पकड़ और पुलिस के हवाले करने के दौरान उसने 5 गांव वालों के अलावा 3 पुलिस वालों को और काट लिया। बड़ी मुश्किल से उसके हाथ पैर बांधे गए और उसके बाद उसे मुंह पर टेप लगाकर अस्पताल ले जाया गया।
हर आदमी को अलर्ट करती है यह खबर
2 दिन तक डॉक्टर उसका इलाज करते रहे अब जाकर यह सामने आ रहा है कि उसे गंभीर संक्रमण है । यह संक्रमण रेबीज बीमारी के कारण होता है और इस संक्रमण में बीमार व्यक्ति दो तरह से बीमार होता है। सबसे बड़ी बात यह है कि जिन जानवरों से यह संक्रमण होता है उन जानवरों के संपर्क में आप और हम लगभग रोज रहते हैं। ऐसे में इस खबर के बारे में और उस व्यक्ति की बीमारी के बारे में जानना बेहद जरूरी है....
महाराष्ट्र का रहने वाला यह खतरनाक शख्स बस से आया पाली
सेंदड़ा पुलिस ने कहा कि 25 साल के इस लड़के ने अपना नाम कभी सलीम तो कभी सुरेंद्र बताया है । महाराष्ट्र का रहने वाला यह बस से पाली आया है । उसके पास टिकट मिला है। इसके अलावा उसकी जींस की पेंट की जेब में रेबीज बीमारी से संबंधित दवाइयों और इंजेक्शन का जिक्र मिला है ।
पाली के डॉक्टरो ने किया सावधान...बताया क्यों इतना खतरनाक बना ये शख्स
पाली जिला अस्पताल के सीनियर फिजिशियन डॉक्टर प्रवीण गर्ग का कहना है कि जो सिम्टम्स सलीम उर्फ सुरेंद्र में मिले हैं, वह रेबीज जैसे लग रहे हैं । रेबीज के दो स्टेज हैं पहली स्टेज हाइड्रोफोबिया है , इसमें मरीज रोशनी और पानी से दूर भागता है । भूख प्यास छूट जाती है बुखार रहता है और सही इलाज सही समय पर नहीं मिलने पर मौत होना निश्चित है। पानी पीने की इच्छा करती है लेकिन पानी और खाना गले से नीचे नहीं उतर पाता ।
नरभक्षी को याते हैं लोगों के मांस खाने का अटैक
इस स्टेज पर इलाज नहीं हो तो बीमार व्यक्ति दूसरी स्टेज में पहुंच जाता है और उसका नाम है फ्यूबिरियस है। इस स्टेज में गला बिलकुल जाम हो जाता है , शरीर में दर्द रहता है , चिड़चिड़ाद इतनी होती है कि बीमार व्यक्ति को किसी और की मौजूदगी पसंद नहीं होती । वह उन पर हमला कर देता है, काट लेता है । दो-तीन दिन के दौरान कई बार अटैक आते हैं और यह अटैक बीमार व्यक्ति को मौत की तरफ ले जाते हैं ।
बीमारी कुत्ते और बिल्ली के काटने से फैलती है ये रेबीज बीमारी
अब सबसे महत्वपूर्ण बात , सीनियर फिजिशियन डॉक्टर प्रवीण गर्ग का कहना है कि रेबीज बेहद सामान्य बीमारी है और रेबीज के टीके अक्सर जन्म के कुछ समय बाद ही लगाए जाते हैं। लेकिन कई बार इनकी फिर से जरूरत पड़ती है । सबसे ज्यादा यह बीमारी कुत्ते और बिल्ली के काटने से या नाखून लगाने से फैलती है। अन्य कई जानवर भी इसके लिए जिम्मेदार हैं । हम लोग लगभग हर रोज कुत्ते, बिल्ली या जानवरों के संपर्क में आते हैं। ऐसे में सावधानी बरतना जरूरी है जरा सी लापरवाही बीमार व्यक्ति को इस स्टेज पर ला सकती है , जिस स्टेज पर आज सलीम उर्फ सुरेंद्र है
खौफ इतना की राजस्थान में डॉक्टर पीपीई किट पहन कर रहे इलाज
उसकी हालत इतनी खराब है और संक्रमण फैलने का इतना डर है कि उसे कल शाम को जब जोधपुर के जिला अस्पताल में इलाज के लिए रेफर किया गया तो स्टाफ ने पीपीई किट पहना और उसके बाद उसे पाली जिले से जोधपुर के लिए एंबुलेंस में बिठाया गया ।अब उसका इलाज जोधपुर में चल रहा है।