डिजिटल युग और पैसे की भागमभाग में भाई-भाई का गला काटने के लिए तैयार रहता है। लेकिन राजस्थान जो खबर सामने आई है वह आपकी आंखें नम कर देगी। जहां एक भाई की मौत के एक घंटे बाद दूसरे ने प्राण त्याग दिए। पूरा इलाका इन भाइयों के प्रेम को सलाम करता है।
जयपुर. राजस्थान के पाली जिले से भावुक कर देने वाली खबर है। इन दिनों जमीन जायदाद के लिए भाई - भाई की दुश्मनी और मार - काट की खबरें खूब सुनी होंगी। लेकिन भाई की मौत का ऐसा गम बैठा कि दूसरे भाई की भी जान चली गई। ऐसी खबर कम ही सुनने को मिलती है। इसी तरह का मामला राजस्थान के पाली जिले से सामने आया है। गांव में जब यह खबर फैली तो दोनो भाईयों के अंतिम संस्कार में पूरा गांव शामिल हुआ।
बुधाराम और दुर्गाराम के प्रेम की अनोखी है कहानी
दरअसल पाली जिले के रूपवास गांव में चार भाई और उनका परिवार रहता है। सबसे बड़े भाई बुधाराम 90 साल के थे। उनसे छोटा भाई मंगलाराम, तीसरे नंबर पर दुर्गाराम और चौथे नंबर पर मांगीलाल है। चारों भाईयों में अटूट प्रेम था और अक्सर चारों साथ ही रहते थे। लेकिन इन चारों में बुधाराम और दुर्गाराम के बीच तो बेहद ज्यादा स्नेह था। दोनो अधिकतर समय साथ ही बिताते थे। साथ ही पूजा पाठ करते और मंदिर जाते थे।
भाई की मौत की खबर सुनते ही दूसरे को आ गया अटैक
गांव के लोगों ने बताया कि कुछ दिनों से दुर्गाराम की तबियत खराब चल रही थी। दुर्गाराम को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसकी जानकारी बुधाराम को भी थी। वह छोटे भाई से मिलने जाना चाहते थे, लेकिन किसी कारण से नहीं जा सके। इस बीच मंगलवार को दुर्गाराम का निधन हो गया। इसकी जानकारी जैसे ही घर पहुंची और बड़े भाई बुधाराम को मिली तो उनकी आंखों से आसू बह निकले। कुछ देर के बाद वे अचेत हो गए। परिजन उन्हें लेकर अस्पताल गए तो पता चला कि हार्ट अटैक से मौत हो गई है। दोनो की मौत के बीच एक घंटे का ही अंतराल था। इसकी सूचना गांव में फैली तो रूपवास गांव के अलावा आसपास के गावों के भी लोग वहां पहुंचे। कल शाम दोनो भाईयों का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया