जोधपुर पुलिस की टीम ने हैंडीक्राफ्ट व्यवसायी से 16 करोड़ 26 लाख की ठगी के मामले में बड़ी सफलत हासिल की है। पुलिस ने व्यापारी को 11 करोड़ रुपये रिफंड भी करवाए हैं। 14 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।
जोधपुर। जोधपुर पूर्व जिले में थाना महामंदिर क्षेत्र के पावटा रोड निवासी हैंडीक्राफ्ट व्यवसायी अरविंद कालानी के साथ हुई 16 करोड़ 26 लाख रुपए की साइबर ठगी के मामले में जोधपुर पुलिस का काम काबिले तारीफ है। साइबर टीम ने अब तक व्यापारी के 11 करोड़ 3 लाख रुपए रिफंड भी करवाये हैं। शेष 3 करोड़ रुपए बरामदगी की कार्रवाई चल रही है। मामले में 14 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।
डोमेस्टिक सेल के नाम पर किया फर्जीवाड़ा
महानिदेशक पुलिस राजस्थान उमेश मिश्रा ने इस कार्रवाई के लिए गठित की गई पुलिस टीमों के सभी सदस्यों को बधाई दी है। डीजीपी साइबर क्राइम डॉ रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि जांच में पता चला कि गिरोह की ओर से बड़े स्तर पर करोड़ों रुपए व्यापार की आड़ में देश से बाहर भेजे गए। डोमेस्टिक सेल के नाम से फर्जी फर्मों के खातों में लेनदेन कर जीएसटी की भी चोरी की गई। इस पर ईडी जयपुर से शिकायत करने पर वहां भी केस दर्ज देश के कई हिस्सों में कार्रवाई की गई।
हैंडीक्राफ्ट व्यवसायी अरविंद कालानी के साथ हुई थी ठगी
डीसीपी ईस्ट अमृता दुहन ने बताया कि 28 नवंबर को पावटा निवासी हैंडीक्राफ्ट व्यवसायी अरविंद कालानी ने थाना महा मंदिर में एक रिपोर्ट दी। रिपोर्ट में बताया कि 31 अक्टूबर को उसके व्हाट्सएप पर इस्ला डोमिनिक ने मैसेज भेज अपनी कंपनी का नाम मेटा ऑप्शन बताया।
अच्छा रिटर्न का झांसा देकर 16 करोड़ 26 लाख ऐंठे
इस्ला ने कंपनी के ब्रोंज, सिल्वर और गोल्ड मेंबरशिप के बारे में जानकारी देते हुए इन्वेस्ट करने पर 20 से 40 प्रतिशत गारंटीड रिटर्न मिलने का झांसा दिया। झांसे में आकर उसने अपने व भाई के खाते से कुल 101 बार में इस्ला के बताए विभिन्न खातों में कुल 16 करोड़ 26 लाख 21 हजार 387 रुपए ट्रांसफर कर दिये। इस रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई।
कई बैंक खातों को सीज कराया
घटना की गंभीरता को देख जोधपुर कमिश्नर के निर्देश पर एडीसीपी नाजिम अली खान के निर्देशन में विभिन्न टीमों का गठन किया गया। गठित टीमों की ओर से तकनीकी विश्लेषण एवं आसूचना संकलन के आधार पर लाभान्वित बैंक खाते को फ्रीज करवा कर संदिग्ध खाताधारकों और फर्मों का सत्यापन करवा कर सन्दिग्ध व्यक्तियों की तलाश की।
16 राज्यों में दबिश देकर 14 आरोपियों को पकड़ा
ठगी की इस वारदात में शामिल संदिग्ध खाता धारकों, फर्मों के मालिक और आरोपियों की तलाश के लिए 16 राज्यों में दबिश देकर अब तक 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। संदिग्ध ट्रांजैक्शन के आधार पर 100 से अधिक खाते फ्रीज करवा कर उन खातों से अब तक 11.03 करोड़ रुपए कोर्ट के आदेश पर पीड़ित के खाते में रिफंड करवाए गए। करीब 3 करोड़ रुपए बरामदगी की कार्रवाई चल रही है।