राजस्थान में चोरी का एक अनोखा मामला आया है। यहां मंदिर के बाहर से एक जज के बेटे के जूते चोरी हो गए। जज ने मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई है और पुलिस ने भी चोरी गए जूते तलाशने के लिए दो पुलिसकर्मियों को लगाया है।
जयपुर। राजधानी जयपुर में चोरी का अनोखा मामला सामने आया है। मंदिरों में अक्सर लोगों के जूते गायब हो जाते हैं या यूं कहें कि चोरी हो जाते हैं लेकिन कभी थाने में उसकी रिपोर्ट नहीं होती। यहां इस बार मामला कुछ अलग है। जिले के माणक चौक थाना पुलिस में जूते चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज की गई है। दो पुलिसकर्मी को जूते तलाश करने में लगाया गया है। वे मंदिर के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रहे हैं।
परिवार संग मंदिर आए थे पॉक्सो कोर्ट के जज
माणक चौक थाना पुलिस ने बताया कि महेश नगर इलाके में रहने वाले जगेन्द्र कुमार अग्रवाल मूल रूप से जयपुर के रहने वाले हैं। वे वर्तमान में अलवर जिले की पॉक्सो कोर्ट में जज हैं। 20 अगस्त को वे जयपुर में ही थे और माणक चौक थाना इलाके स्थित प्राचीन बृजनिधी मंदिर में उनका परिवारिक अनुष्ठान था। वे परिवार समेत मंदिर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इस दौरान काफी रिश्तेदार भी आए थे।
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मंदिर के बाहर से जूते चोरी
वह मंदिर के बाहर जूते उतार कर गए थे और समारोह के बाद रात करीब 8 बजे वापस लौटे तो उनके बेटे कृष्ण के जूते चोरी हो चुके थे। वहां काफी तलाश करने के बाद भी जूते नहीं मिले तो वे बिना जूते पहने ही चले आए। बाद में वह महेश नगर स्थित घर पहुंचे और फिर अलवर के लिए रवाना हो गए।
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डाक के जरिए दी गई जूते चोरी की एफआईआर
अब माणक चौक पुलिस को डाक के जरिए मंदिर से जूते चोरी हो जाने की एफआईआर मिली है। इसे दर्ज भी किया गया है और जूते तलाश करने के लिए एक हेड कांस्टेबल और एक अन्य सिपाही को जिम्मेदारी भी सौंपी गई है। वे दोनों मंदिर जाकर जूते की तलाश भी कर रहे हैं। खास बात ये है कि अगर किसी आम व्यक्ति के जूते चोरी हो जाएं तो पहले तो वह थाने जाता ही नहीं, अगर चला भी जाए तो उसकी रिपोर्ट नहीं ली जाएगी। लेकिन जज का लैटर देखते ही माणक चौक पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई भी शुरू कर दी है।
इस तरह का एक मामला इसी साल यूपी से भी आया था। यूपी में उड़ीसा से आए रेलवे के एक बड़े अधिकारी की बेटी के जूते चोरी हो गए थे। बाद में थाने में रिपोर्ट दी गई थी और पुलिस ने चोरी के गए जूतों को तलाश भी कर लिया था।