जयपुर. राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) की ओर से आयोजित राज्य प्रशासनिक सेवा (RAS) परीक्षा अब युवाओं के बीच करियर बनाने का एक प्रमुख साधन बन चुकी है। इस बार परीक्षा में प्रतिस्पर्धा अपने चरम पर है, जहां 733 पदों के लिए कुल 6.48 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। यानी एक पद के लिए औसतन 884 उम्मीदवारों के बीच मुकाबला होगा। प्रशासनिक परीक्षा किसी भी राज्य की सबसे बड़ी और कठिन परीक्षा होती है।
पिछले एक दशक में RAS परीक्षा के प्रति युवाओं का रुझान तेजी से बढ़ा है। 2012 में जहां केवल 1.74 लाख आवेदन हुए थे, वहीं 2024 तक यह संख्या 6.48 लाख तक पहुंच चुकी है। यह आंकड़ा न केवल सरकारी नौकरियों की लोकप्रियता को दर्शाता है, बल्कि राज्य में बेरोजगारी की स्थिति को भी उजागर करता है। सरकारी नौकरी में स्थिरता, सामाजिक प्रतिष्ठा, और आर्थिक सुरक्षा की वजह से युवा इस ओर आकर्षित हो रहे हैं।
RAS परीक्षा में चयनित होना आसान नहीं है। प्री और मेन्स परीक्षा के बाद साक्षात्कार में भी कड़ी प्रतिस्पर्धा होती है। इसके लिए उम्मीदवार दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। कोचिंग संस्थानों की संख्या में भी इजाफा हुआ है, जो अभ्यर्थियों को रणनीतिक तैयारी में मदद कर रहे हैं।
खास बात यह है कि इस बार महिलाओं और ग्रामीण इलाकों के युवाओं की भागीदारी में भी उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। महिलाओं के लिए आरक्षित पदों और सरकार की प्रोत्साहन योजनाओं ने उन्हें इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया है।
हालांकि, इतने बड़े पैमाने पर आवेदन और सीमित पदों के कारण कई योग्य उम्मीदवार चयन से वंचित रह जाते हैं। ऐसे में, सरकार को नौकरियों के नए अवसर पैदा करने और परीक्षा प्रणाली को और अधिक पारदर्शी बनाने की दिशा में प्रयास करने की जरूरत है। RAS परीक्षा न केवल सरकारी सेवा में जाने का मार्ग है, बल्कि यह युवाओं की कड़ी मेहनत और महत्वाकांक्षा का भी प्रतीक है। बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बावजूद, यह परीक्षा उन सभी के लिए एक प्रेरणा है जो अपने सपनों को साकार करना चाहते हैं।
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