जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपने जन्मदिन के मौके पर भरतपुर जिले के डीग तहसील में स्थित पूंछरी का लौठा से जुड़ी महत्वाकांक्षी परियोजनाओं की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने गोवर्धन परिक्रमा विकास परियोजना का शिलान्यास करते हुए इसे प्रदेश के आध्यात्मिक विकास में नया अध्याय बताया। उन्होंने कहा कि यह परियोजना भगवान श्रीकृष्ण की इस पवित्र भूमि को और भव्यता प्रदान करेगी।
खाटू श्यामजी के लिए 100 करोड़ का विशेष प्रावधान सीएम भजनलाल ने खाटू श्यामजी मंदिर के विकास के लिए 100 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की। साथ ही प्रदेश के 600 प्रमुख मंदिरों में होली, दीपावली, शिवरात्रि और रामनवमी जैसे पर्वों के दौरान रोशनी व सजावट के लिए बजट आवंटित किया गया है। भरतपुर जिले के प्रसिद्ध कैलादेवी झील और गंगा मंदिर का भी व्यापक विकास किया जा रहा है।
चार जोनों में होगा गोवर्धन परिक्रमा का विकास मुख्यमंत्री ने बताया कि 21 किलोमीटर लंबी गोवर्धन परिक्रमा में राजस्थान के हिस्से को चार जोनों में बांटकर विकसित किया जाएगा। पहले जोन में श्रीनाथजी मंदिर, दाऊजी मंदिर और नरसिंहजी मंदिर समेत कई धार्मिक स्थलों का विकास होगा। इसके अलावा गार्डन, लोटस प्वाइंट और राधा वाटिका जैसी सुविधाएं भी तैयार की जाएंगी।
दूसरे जोन में परिक्रमा मार्ग का सौंदर्यकरण, प्रवेश द्वार, विश्राम स्थल और पेयजल की व्यवस्था की जाएगी। तीसरे जोन में गिरिराज म्यूजियम, पौराणिक आर्ट गैलरी और सांस्कृतिक केंद्र बनाए जाएंगे। चौथे जोन में भगवान श्रीकृष्ण की 250 फीट ऊंची मूर्ति मुख्य आकर्षण होगी, साथ ही आश्रम, गौशाला और मेडिटेशन हॉल का निर्माण भी प्रस्तावित है। आध्यात्मिकता और पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा मुख्यमंत्री ने परियोजना के लिए अनिल अग्रवाल जैसे उद्योगपतियों का धन्यवाद किया और विश्वास जताया कि यह पहल न केवल श्रद्धालुओं को सुविधाएं देगी, बल्कि प्रदेश की आध्यात्मिकता और पर्यटन को भी नई ऊंचाई पर ले जाएगी।