राजस्थान में कांग्रेस ने कल शनिवार को पहली लिस्ट जारी कर दी है। इस सूची में 9 महिलाओं को भी प्रत्याशी बनाया गया है। जिसमें सरकार की मंत्री और कई बोर्ड की अध्यक्ष और ऐसी महिलाएं शामिल है जिनकी पार्टी में छवि साफ रही है।
जयपुर. राजस्थान में अब विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां पूरी तरह से तेज हो चुकी है। कांग्रेस पार्टी ने भी अपनी पहली लिस्ट में 33 उम्मीदवारों के नाम जारी करके चुनाव में उतारने का डंका बजा दिया है। कांग्रेस की पहली लिस्ट में ज्यादातर नेता वही है जिनकी सीटों पर ज्यादा कोई वाद विवाद नहीं था और वही नेता जो पिछले चुनाव में भी इन सीटों पर चुनाव लड़े और जिनमें ज्यादातर ने चुनाव जीता भी।
ये वो 9 महिलाएं जिन्हें पहली लिस्ट में दिया टिकट
पहली लिस्ट में कांग्रेस पार्टी ने 9 महिला उम्मीदवारों को शामिल किया है। जिनमें सरकार की मंत्री और कई बोर्ड की अध्यक्ष और ऐसी महिलाएं शामिल है जिनकी पार्टी में छवि साफ रही और उन्होंने कभी भी पार्टी से खिलाफ जाकर न तो कुछ कहा और ना कुछ किया। यदि बात की जाए सादुलपुर की तो यहां से पार्टी ने पिछले चुनाव लड़ने वाली कृष्णा पूनिया को, मंडावा से रीटा चौधरी, मालवीय नगर से डॉक्टर अर्चना शर्मा, दौसा की सीकरी से ममता भूपेश, जायल से मंजू देवी, जोधपुर के ओसियां से दिव्या मदेरणा, जोधपुर से मनीषा पंवार, वल्लभनगर से प्रीति गजेंद्र सिंह शक्तावत, कुशलगढ़ से रमिला खेड़िया को कांग्रेस पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है।
दिव्या मदेरणा से लेकर कृष्णा पूनिया-ममता भूपेश भी
यदि इनमें बात कि जाए कृष्णा पूनिया, ममता भूपेश और डॉक्टर अर्चना शर्मा की तो यह तीनों ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीब रही है। इसका ही नतीजा रहा कि सरकार आने के साथ ही तीनों को जिम्मेदारी दे दी गई। ममता भूपेश को मंत्री बनाया गया तो वही डॉक्टर अर्चना शर्मा को विप्र बोर्ड की अध्यक्ष और कृष्णा पूनिया को राजस्थान स्टेट स्पोर्ट्स काउंसिल के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी दी गई। इसके अतिरिक्त रीटा चौधरी, दिव्या मदेरणा,मनीषा पंवार, रमिला खेड़िया प्रीति गजेंद्र सिंह शक्तावत पार्टी की वह नेता है जिन्होंने पार्टी का कभी भी दामन नहीं छोड़ा यदि कभी इनका टिकट कटा तो उन्होंने अगले चुनाव का वेट किया। इसी का नतीजा है कि इस बार कांग्रेस पार्टी ने टिकट इन्हे दी।