राजस्थान के झुंझनू में एक परिवार ऐसा भी है। जिसमें बेटा, बेटी, दामाद, पिता सभी देश की सेवा में शामिल है। कारगिल के युद्ध में इसी झुंझुनू के सैनिक सबसे अधिक शहीद हुए थे।
झुंझुनू. जब भी बात राजस्थान के झुंझुनू जिले की आती है। तो यहां की देशभक्ति का जिक्र जरूर होता है। यह वह जिला है जहां से कारगिल की युद्ध के दौरान सबसे ज्यादा सैनिक शहीद हुए। इतना ही नहीं इस जिले से ही वर्तमान में भारतीय सेनाओं में सबसे ज्यादा है जहां पर हर घर में सैनिक मिलेगा।
भाई बहन सब कर रहे देशसेवा
यहां एक परिवार ऐसा भी है जिसमें तीन भाई बहन देश की तीनों अलग-अलग सेनाओं में नौकरी कर रहे हैं। जो अब स्थानीय युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बन चुके हैं। हम बात कर रहे हैं झुंझुनू जिले के पिलानी क्षेत्र के कुल्हरियों का बास के कुल्हरी परिवार की। यहां तीन चचेरे भाई बहन देश की तीन अलग-अलग सेनाओं में नौकरी कर रहे हैं।
कंचन लेफ्टिनेंट कर्नल
इनमें सबसे पहले कंचन कुल्हरी है। जो वर्तमान में भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल है। उन्हें सेना में नौकरी करते हुए 20 साल हो गए। उनके पति गुंजन भी सेना में नौकरी कर रहे हैं। पिता ख्यालीराम भी सेना से रिटायर्ड है। दूसरी का नाम कृतिका है। जो एयरफोर्स में फ्लाइट लेफ्टिनेंट के पद पर नौकरी कर रही है। उनके पति भी एयरफोर्स में नौकरी कर रहे हैं।
सौम्य इंडियन नेवी में लेफ्टिनेंट
इसके बाद सौम्य है। जो इंडियन नेवी में सब लेफ्टिनेंट है। मार्च में उनकी ट्रेनिंग पूरी होने के बाद अब यह भी नौकरी करते हुए नजर आएंगे। यह कृतिका के सगे भाई है। इसी परिवार में पहले भी कई सैनिक रह चुके हैं।
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सामाजिक कार्य में भी आगे
मोटिवेशन के मामले में यह परिवार जितना आगे है उतना ही सामाजिक सरोकारों में। आज भी परिवार के लोग गांव में विकास कार्य करवाना,टीनशेड लगवाना जैसे काम जारी रखते है।
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