सार
नीट की तैयारी के लिए फ्री में कोटा की कोचिंग देने के लिए छत्तीसगढ़ के कलेक्टर ने अनूठी पहल की है। वे खुद भी बच्चों की क्लास लेते हैं। ताकि बच्चों की घर बैठे ही नीट की तैयारी हो जाए।
सरगुजा. छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के कलेक्टर ने बच्चों को नीट की तैयारी करवाने के लिए अनूठी पहल की है। उन्होंने बच्चों को फ्री में अपने ही जिले में कोचिंग दिलवाने के लिए कोटा से 30 साल का मटेरियल मंगवाया है। जिसमें पेपर से लेकर अन्य स्टडी मटेरियल है। अच्छी बात यह है कि कलेक्टर के प्रयास से बच्चों में भी उत्साह दिख रहा है। ऐसे में निश्चित कलेक्टर की ये मंशा सफल होती दिख रही है।
गरीब और आदिवासी बच्चों पर ध्यान
कलेक्टर ने आदिवासी और गरीब बच्चों के लिए ये शुरुआत की है। क्योंकि वे महंगी कोचिंग और कोटा के खर्च का वहन नहीं कर सकते हैं। इसलिए कलेक्टर ने होनहार बच्चों को जो गरीब व कमजोर तबके के हैं। उन्हें यहीं कोचिंग देने की शुरुआत की है।
विषय विशेषज्ञों को सौंपी जिम्मेदारी
बच्चों को नीट की तैयारी करने में किसी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़े। इसलिए कलेक्टर ने विभिन्न विषयों के विषय विशेषज्ञों की ड्यूटी इस पढ़ाने के लिए लगाई है। जिसमें प्रशासनिक अधिकारी, मेडिकल कॉलेज के नवनियुक्त प्रोफेसर, पूर्व मेडिकल छात्रों को जिम्मेदारी सौंपी है। अच्छी बात यह है कि कलेक्टर खुद भी एक दिन क्लास लेते हैं।
फ्री में रहना, खाना और कोचिंग
कलेक्टर के मार्गदर्शन में शुरू हुई ये कोचिंग करीब डेढ़ माह तक चलेगी। जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए बच्चों के लिए आवासीय विद्यालय की व्यवस्था भी की है। कोचिंग शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पुलिस लाइन अंबिकापुर में करवाई जा रही है। जिसमें विभिन्न विषय विशेषज्ञों द्वारा करीब एक एक घंटे तक कोचिंग दी जाती है। यहां से बच्चों को किताबें भी फ्री में उपलब्ध कराई गई है।
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बच्चों को मिलता पुरस्कार
समय समय पर कलेक्टर खुद भी बच्चों की पढ़ाई की गुणवत्ता जांचने के लिए फीडबैक लेते हैं। वे बच्चों से सवाल जवाब भी करते हैं। बच्चों से मिले संतुष्टिपूर्ण जवाब पर उन्हें पुरस्कार भी दिया जाता है। इससे बच्चों में पढ़ाई के प्रति उत्साह भी बढ़ रहा है।
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