
Rajasthan Rainfall Forecast : अगस्त की शुरुआत के साथ ही राजस्थान में एक बार फिर मानसून की रफ्तार धीमी पड़ गई है। मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार राज्य के अधिकांश हिस्सों में आगामी एक सप्ताह तक बरसात की गतिविधियों में भारी गिरावट देखने को मिलेगी। खासकर पश्चिमी राजस्थान में बारिश का दौर लगभग थमता नजर आ रहा है।
पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर और नागौर जैसे जिलों में 7 से 14 अगस्त तक बारिश की गतिविधियां बेहद सीमित रहेंगी। हालांकि 10 अगस्त के आसपास कुछ इलाकों में आंशिक बादल छाने और हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई है। वहीं पूर्वी राजस्थान के भरतपुर, कोटा, जयपुर, अजमेर और उदयपुर संभाग के कुछ हिस्सों में 9 अगस्त के बाद हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। 9 से 12 अगस्त के बीच इन क्षेत्रों में कभी-कभी मेघगर्जन के साथ छींटे पड़ सकते हैं, पर कोई बड़ी मानसूनी प्रणाली सक्रिय होने के संकेत नहीं हैं।
मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि अगले एक सप्ताह में राज्य में सामान्य से कम (Deficient) वर्षा होने की संभावना है। इसका असर किसानों की खरीफ फसलों पर पड़ सकता है, जो पहले से ही सीमित वर्षा के चलते संघर्ष कर रही हैं। राजस्थान ने इस मानसून सीजन में अब तक औसतन 428.4 मिमी बारिश रिकॉर्ड की है, जो सामान्य से 81% अधिक है। जुलाई महीन में हुई बारिश ने तो 69 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
राहत की खबर यह है कि 15 से 21 अगस्त के बीच मानसून फिर से सक्रिय हो सकता है। दूसरे सप्ताह में राज्य के दक्षिणी जिलों—डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़ आदि में सामान्य से अधिक बारिश की उम्मीद है। वहीं, शेष हिस्सों में भी सामान्य वर्षा होने की संभावना जताई गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर 15 अगस्त के बाद मानसून पुनः गति पकड़ता है, तो फसलों की स्थिति में सुधार संभव है। फिलहाल राज्य सरकार और कृषि विभाग किसानों को सतर्क रहने और जल प्रबंधन पर ध्यान देने की सलाह दे रहे हैं।
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