दौसा (राजस्थान). दौसा जिले के लालसोट क्षेत्र के बड़ का पाड़े में एक घटना ने परिवहन विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ताजा मामला दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे का है, जहां आरटीओ अधिकारी मुक्ता सोनी पर अवैध वसूली के आरोप लगाए गए हैं। इस संबंध में एक युवक द्वारा उनका वीडियो बनाया गया, जिसमें आरोप है कि आरटीओ अधिकारी ने एक्सप्रेस-वे पर ट्रकों से अवैध वसूली की।
आरटीओ मुक्ता सोनी ने इन आरोपों को खारिज करते हुए सफाई दी। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को वह लालसोट एसडीएम से मिलने जा रही थीं। रास्ते में ओवरलोड गाड़ियां खड़ी दिखीं, जिन्हें जांच के लिए रोका गया। उन्होंने वाहन चालकों से गाड़ियों को एक्सप्रेस-वे से हटाकर वजन मापने के लिए कांटे पर ले जाने को कहा था।
मुक्ता सोनी ने एनएचएआई कर्मचारियों पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि टोलकर्मी ओवरलोड वाहनों से शुल्क वसूलने के बजाय पैसा अपनी जेब में रख लेते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वीडियो में उन्हें अवैध वसूली करते हुए कहीं नहीं दिखाया गया है।
आरटीओ अधिकारी ने एनएचएआई कर्मियों पर उनके साथ अभद्रता करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने बताया कि उनकी टीम जब वाहनों की जांच कर रही थी, तब एनएचएआई कर्मचारी वहां पहुंचे और उन्हें रोकने का प्रयास किया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि एनएचएआई कर्मी उन्हें एक्सप्रेस-वे पर गाड़ियों की जांच करने से मना करते हैं।
इस मामले में एनएचएआई अधिकारियों का कहना है कि एक्सप्रेस-वे पर किसी भी वाहन को रोकना नियमों के खिलाफ है। यह नो पार्किंग क्षेत्र है, और किसी भी प्रकार की जांच टोल प्लाजा के एंट्री या एग्जिट पॉइंट पर ही की जानी चाहिए।
आरटीओ अधिकारी ने इस मामले की जानकारी लालसोट एसडीएम को दी है और संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की बात कही है। वहीं, यह मामला अब जनता और प्रशासन दोनों के बीच चर्चा का विषय बन गया है।