राजस्थान के अलवर जिले से शॉकिंग क्राइम की खबर है। यहां एक बेटी ने अपनी मां के साथ मिलकर पिता को मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद लाश को ठिकाने लगा दी। वजह थी कि आरोपी पिता बेटी के साथ क्रूरता करता था।
अलवर. राजस्थान के अलवर जिले से ऐसी खबर आई है कि पिता और बेटी जैसे पवित्र रिश्ते पर कलंक लगा गई। जब पानी सिर से उपर गुजर गया तो बेटी ने ही अपनी मां के साथ मिलकर अपने पिता की जान ले ली। साथ दिया नाबालिग भाई ने.....। दोनो बहनों को भी इसके बारे में जानकारी थी। पुलिस ने तीनों को अरेस्ट किया और पूछताछ की तो जब खुलासे होने लगे तो पुलिसवालों की आंखे भी नम हो गई। मामला अलवर जिले के मालाखेड़ा थाना इलाके का है।
हत्या के बाद किया किया फिल्मी ड्रामा
पुलिस ने बताया कि 6 दिसम्बर को राकेश नाम के एक व्यक्ति की लाश मिली थी। जानकारी जुटाई तो पता चला कि घर से करीब पंद्रह किलोमीटर दूरी पर उसका शव मिला है। उसके बारे में नौ तारीख को परिजन थाने आए और कहा कि राकेश गुमशुदा है। पुलिस ने कहा कि मौत हो चुकी है तो परिवार फूट फूट कर रोया। लाश को पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को दिया और उसके बाद अंतिम संस्कार किया गया।
पहले सिर कुचला फिर लाश को लगाया ठिकाने
पुलिस की जांच में सामने आया कि हत्या की गई है सिर कुचलकर और लाश ठिकाने लगा दी गई है। पुलिस ने राकेश की पत्नी को पूछताछ के लिए बुलाया तो 19 साल की बेटी भी वहां आई। दोनो से पुलिस ने सवाल किए तो दोनो की रूलाई फूट गई। बोली हमने ही मारा है। छह तारीख को पिता को सुनसान इलाके में लेकर गए थे। उनको शराब पिलाई और पीट पीट कर मार दिया। फिर सिर कुचल दिया।
रोज रात को राक्षस बन जाते थे पिता...
बेटी ने बताया कि हम तीन बहनें और एक भाई है। हम बहनें और मां 7 साल से पिता का टॉर्चर झेल रहे हैं। लगभग हर रात मां की पिटाई होती थी, पिता शराब पीकर आते थे। पहले तो यह सब मां तक ही जारी रहता था। लेकिन कुछ साल पहले पिता में जैसे कोई राक्षस घुस गया हो। वे मां को पीटते, नग्न कर प्राईवेट पार्ट पर लातें मारते, नोचते.... मां जितनी तेजी से चीखती तो मानो उनको शांति मिलती। हम बहनों ने विरोध किया तो हमारे सामने मां से मारपीट होने लगी। फिर हम पर भी पिता हाथ मारने लगे, मौका पाकर गलत काम करने लगे।
पिता की कू्रता से बेटियों ने छोड़ा घर
मां ने विरोध किया तो मां को और अत्याचार झेलने पड़े। इतने तंग हो गए थे कि मां ने हम तीनों बहनों को अलग अलग रिश्तेदारों के यहां रहने भेज दिया। पिता को यह पसंद नहीं था तो मां को और पीटा जाने लगा। हर रोज की पिटाई से परेशान होकर आखिर छह दिसम्बर को पिता को जान से मार डाला। पिता की हत्या में सोलह साल के बेटे ने भी साथ दिया है।