जयपुर. दीपावली पर लोग घरों की साफ सफाई करते हैं। कई बार हम देखते हैं कि लोग घर का ज्यादातर कचरा सफाई के बाद हर कहीं फेंक देते हैं। लेकिन आपने कभी सुना है कि कोई इस सफाई में कचरे के साथ अपने जेवरात ही फेंक दे। राजस्थान में ऐसा हकीकत में हुआ है। पूरा मामला राजस्थान के भीलवाड़ा शहर का है। जहां एक परिवार के द्वारा कचरे में जेवरात फेंक दिए गए।
मामला सामने आने के बाद नगर निगम के द्वारा एक स्पेशल टीम बनाई जिसके द्वारा जेवरात ढूंढ लिए गए। भीलवाड़ा शहर के निवासी चिराग शर्मा ने बताया कि हम हमारे घर की सफाई कर रहे थे। घर में जेवरात भी एक जगह अलग रखे हुए थे। कचरे के साथ वह जेवरात भी फेंक दिए। कुछ देर बाद ही पता चल गया कि हमने जेवरात कचरे के साथ फेंक दिए। इसके बाद तुरंत नगर निगम के महापौर राकेश पाठक को इसकी सूचना दी। जिन्होंने एक स्पेशल टीम का गठन किया और हमारा सोना हमें वापस दिलवाया।
महापौर राकेश पाठक का कहना है कि गलती से परिवार के द्वारा सोना कचरे की गाड़ी में डाल दिया गया। इसके बाद हमारी टीम ने सर्च किया। इस पूरे मामले में सबसे बड़ी ईमानदारी वार्ड नंबर 27 के जमादार और सफाईकर्मियों की रही। महापौर ने बताया कि कचरे की गाड़ी वाले के द्वारा कचरे को कचरा स्टैंड पर खाली किया जा चुका था। लेकिन हमने परिवार के लोगों को साथ लिया और उसे कचरे में से जेवरात ढूंढ लिए। फिलहाल यह पूरा मामला सामने आने के बाद नगर निगम के कर्मचारियों और सफाईकर्मियों की काफी प्रशंसा की जा रही है।