राजस्थान में अपराध इस कदर बढ़ गया है कि अब तो यहां पर सरेआम दिनदहाड़े पुलिसवालों की हत्या कर दी जा रही है। टोंक जिले में तस्करों ने एक पुलिसकर्मी को दनादन गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया।
टोंक. राजस्थान में सरकार बदल गई है, लेकिन माफिया राज और जंगल राज नहीं बदल रहा है। नई सरकार ने इन्हें बदलने के दावे किए लेकिन इन तमाम दावों को एक पुलिसकर्मी की हत्या ने झुटला दिया । खबर राजस्थान के टोंक जिले से है । टोंक जिले में हथियार तस्करी करने वाले तस्करों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर तस्करों ने फायर कर दिया । एक पुलिसकर्मी के पेट में गोलियां दाग दी, उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन कई घंटे के प्रयास के बाद भी उसे बचाया नहीं जा सका।
परिवार में छाया मातम
पुलिसकर्मी का पार्थिव शरीर को भरतपुर पैतृक गांव ले जाया गया और कल देर शाम राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार किया गया ।परिवार में मातम छाया हुआ है, माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है।इस घटना के बाद से परिवार में कोहराम मचा हुआ है । वहीं कुछ लोगों ने इस पूरे मामले पर पुलिस की नाकामी करार दिया है। इस घटना के बाद कुछ आरोपी हिरासत में लिए गए हैं । कुछ के फरार होने की सूचना है।
भरतपुर का जवान टोंक जिले में था तैनात
दरअसल टोंक जिले के बरौनी थाने में भरतपुर जिले का पुलिसकर्मी सत्येंद्र चौधरी तैनात था। सत्येंद्र वहां पर कांस्टेबल था। पुलिस को सूचना मिली थी कि गुरुवार शाम बरौनी थाना इलाके के जेवड़िया गांव में अवैध हथियारों की तस्करी हो रही है । ऐसे में बरौनी थाने की पुलिस टीम मौके पर पहुंची और तस्करों को काबू करने की कोशिश की। लेकिन उन तस्करों ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी । उसके बाद तुरंत टोंक एसपी को इसकी सूचना भेजी गई ।
पलिसकर्मी ने इलाज के दौरान तोड़ा दम
टोंक एसपी ने तुरंत पुलिस कर्मियों को मौके पर भेजा और दो तस्करों को काबू किया। एक तस्कर वहां से फरार हो गया। लेकिन इस फायरिंग में सत्येंद्र चौधरी के गोली लगी। उसे पहले टोंक जिले में भर्ती कराया गया, उसके बाद कल जयपुर रेफर किया गया । जयपुर में इलाज के दौरान कल उसकी मौत हो गई । सत्येंद्र कुछ समय पहले ही पुलिस में भर्ती हुआ था।