जयपुर के हाथी गांव से बुरी खबर आ रही है। विदेशियों को हाथी सफारी कराने वाली एक और हथनी की की मौत हो गई है। पांच हथनियों को यहां किसी ने जहर दे दिया है।
जयपुर। राजस्थान की राजधानी जयपुर में स्थित हाथी गांव पूरी दुनिया में फेमस है। हर दिन लाइन लगाकार विदेशी टूरिस्ट हाथी की सवारी करने के लिए इंतजार करते नजर आते हैं। विशेष ट्रेनिंग लिए हुए ये हाथी विदेशियों को अपनी पीठ पर बिठाकर आमेर महल धुमाते हैं, ये एहसास इतना खास होता है कि इसे जीन के लिए विदेशी कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। लेकिन अब इसी हाथी गांव में हाथियों की दुर्दशा की खबरें आ रही हैं।
अब तक दो हथिनी की मौत
हाथी गांव जयपुर के आमेर इलाके में स्थित है, जहां बड़ी संख्या में हाथी रहते हैं। इन हाथियों में से पांच हाथियों को तीन दिन पहले जहर दिया गया। इस जहर के कारण अब दूसरी हथनी की मौत हो चुकी हैं। एक दिन पहले लक्ष्मी नाम की हथनी की मौत हो चुकी थी और अब जयंतकली ने भी कल रात दम तोड़ दिया है। दो अन्य हथनी मोहिनी और फूलकली की हालत भी गंभीर बनी हुई है। एक अन्य हथनी को बचा लिया गया है।
महावत ने दर्ज कराया केस
इस मामले की जांच कर रही आमेर थाना पुलिस ने बताया कि सादिक खान महावत ने केस दर्ज कराया था। एक एनजीओ पर आरोप लगाए गए हैं। आरोप है कि आटे की बाटियों में जहर मिलाकर हाथियों को खिलाया गया। इस कारण अब तक दो की मौत हो चुकी है।
दोनों कई साल से टूरिस्टों को घुमा रही थीं
हाथियों की जान लेने की तैयारी थी और आरोपी काफी हद तक इस प्रयास में सफल भी हुआ। उल्लेखनीय है कि जिस हथनी लक्ष्मी और जयंतकली की मौत हुई है, दोनों कई सालों से टूरिस्ट को अपनी पीठ पर बिठाकर आमेर किला घुमाती थीं। इस तरह का मामला पहली बार ही सामने आया है।