वर्दी की आड़ में दबंगई दिखाने का यह शर्मनाक वीडियो राजस्थान के अजमेर का है, जो सोशल मीडिया पर वायरल है। गुरुवार(22 जून) को एक पुलिसवाले को केले के ठेले वाले पर इतना गुस्सा आया कि वो कॉलर पकड़कर उसे घसीटते हुए थाने ले गया।
अजमेर. वर्दी की आड़ में दबंगई दिखाने का यह शर्मनाक वीडियो राजस्थान के अजमेर का है, जो सोशल मीडिया पर वायरल है। गुरुवार(22 जून) को एक पुलिसवाले को केले के ठेले वाले पर इतना गुस्सा आया कि वो कॉलर पकड़कर उसे घसीटते हुए थाने ले गया। यह दृश्य देखकर थाने के बाहर तमाशा खड़ा हो गया। घटना का किसी राहगीर ने वीडियो बनाया और वायरल कर दिया।
मामला दरगाह बाजार क्षेत्र का है। मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद एसपी चूनाराम जाट ने इसे गंभीरता से लिया। उन्होंने मारपीट करने वाले कांस्टेबल जितेन्द्र सिंह को तुरंत प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया है। यही नहीं, मामले की विभागीय जांच के भी आदेश दिए हैं। हालांकि कांस्टेबल ने ठेले वाले की गलती बताई है।
अजमेर का Vardi Wala Gunda: केले के ठेले वाले को मामूली बात पर पीटा
पुलिस सूत्रों के अनुसार यह मामला गुरुवार सुबह करीब 10 बजे का है। एक केले के ठेला वाला दरगाह बाजार में फेरी लगाते हुए त्रिपोलिया गेट की और चला गया था। इस पर कांस्टेबल जितेन्द्र ने गुस्से में उससे ठेला हटाने को कहा। माना जा रहा है कि ठेले वाले ने ठेला हटाने में आनाकानी की होगी। इसी बात पर कांस्टेबल को गुस्सा आ गया। उसने वहीं, ठेले वाले की पिटाई कर दी। इसके बाद कांस्टेबल ने उसकी कॉलर पकड़ी और घसीटते हुए त्रिपोलिया गेट चौकी में ले गया।
जब इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तो लोगों ने पुलिस को ट्रोल करना शुरू कर दिया। बदनामी से बचने एसपी चूनाराम जाट ने मामले को गंभीरता से लिया।
अजमेर पुलिस का ठेल वाले की पिटाई का शॉकिंग वीडियो
हालांकि कांस्टेबल ने सफाई दी कि उसने ठेलावाले को कई बार रास्ते में ठेला खड़ा नहीं करने की हिदायत दी थी, लेकिन वो नहीं मानता था। इससे ट्रैफिक बाधित होता था। उसकी देखादेखी अन्य ठेले वाले भी सड़क पर ही ठेला लगाने लगे थे। कांस्टेबल ने कहा कि उसने इस अव्यवस्था को लेकर अपने सीनियर को अवगत कराया था। इस पर ठेला चालक को पुलिस चौकी में लाकर कानूनी कार्रवाई करने को कहा था। वो ठेला चालक को अपने साथ ले जा रहा था, लेकिन वो उलझ गया। कांस्टेबल ने कहा कि जब उसने ठेला चालक से तराजू लेना चाहा, तो उसने हाथ पकड़ लिया। इसलिए सख्ती दिखानी पड़ी। बेरहमी से मारपीट का इल्जाम गलत है।
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