
Khatushyamji Corridor : देशभर के करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र खाटूश्यामजी मंदिर को आधुनिक सुविधाओं से जोड़ने के लिए प्रस्तावित श्रद्धा कॉरिडोर अब भी अधर में लटका हुआ है। राज्य और केंद्र सरकार द्वारा कुल 187.87 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिलने के बावजूद अब तक जमीन पर कोई ठोस काम शुरू नहीं हो पाया है, जिससे श्रद्धालुओं के साथ-साथ स्थानीय लोग भी असमंजस में हैं।
राज्य और केंद्र की मंजूरी के बावजूद नहीं दिख रहा प्रगति का असर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राज्य बजट 2024 में खाटूधाम के लिए 100 करोड़ रुपये की घोषणा की थी। इसके अलावा केंद्र सरकार की स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के तहत 87.87 करोड़ रुपये का बजट पहले ही स्वीकृत हो चुका है। दोनों को मिलाकर परियोजना के लिए 187.87 करोड़ की राशि मंजूर हो चुकी है, लेकिन अभी तक कॉरिडोर का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है।
डीपीआर संशोधन और प्रशासनिक देरी बन रही बाधा परियोजना की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) को केंद्र की गाइडलाइन के अनुसार फिर से संशोधित किया गया है, जिसमें पर्यावरणीय संतुलन, तीर्थ पर्यटन, भीड़ नियंत्रण और यात्री सुविधाओं को शामिल किया गया है। लेकिन तकनीकी मूल्यांकन, भूमि सीमांकन, मंदिर ट्रस्ट और स्थानीय दुकानदारों से सहमति जैसे पहलुओं में समय लग रहा है।
निर्माण कब शुरू होगा साफ नहीं सूत्रों की मानें तो टेंडर प्रक्रिया 2025 की गर्मियों तक पूरी होनी थी, लेकिन अब संभावना है कि यह प्रक्रिया जुलाई से सितंबर की दूसरी तिमाही तक पूरी हो सकती है। इसके बाद निर्माण कार्य अक्टूबर 2025 में शुरू होने की उम्मीद है, हालांकि सरकार की ओर से अभी तक कोई स्पष्ट टाइमलाइन जारी नहीं की गई है।
श्रद्धालुओं को करना होगा इंतजार खाटू के लिए 2021 से 2041 तक का मास्टर प्लान पहले ही तैयार हो चुका है, लेकिन वह भी अब तक लागू नहीं हो पाया है। स्थानीय व्यापार मंडल और जनप्रतिनिधियों की सहमति, जमीन अधिग्रहण जैसी प्रक्रियाएं भी इस परियोजना में रोड़े अटका रही हैं। डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने हाल ही में बयान दिया कि "बाबा श्याम की नगरी को भव्य रूप देने की दिशा में जल्द ही काम शुरू होगा", लेकिन जमीन पर कब शुरुआत होगी, इसका इंतजार अब भी जारी है।
राजस्थान की राजनीति, बजट निर्णयों, पर्यटन, शिक्षा-रोजगार और मौसम से जुड़ी सबसे जरूरी खबरें पढ़ें। जयपुर से लेकर जोधपुर और उदयपुर तक की ज़मीनी रिपोर्ट्स और ताज़ा अपडेट्स पाने के लिए Rajasthan News in Hindi सेक्शन फॉलो करें — तेज़ और विश्वसनीय राज्य समाचार सिर्फ Asianet News Hindi पर।