कौन है ये लड़की जिसने कपड़े धोने के लिए छोड़ दी 2 करोड़ की नौकरी, अब हर जुबां पर छाया इनका नाम
कुछ ऐसे भी लोग हैं जो अपना सपना पूरा करने करने के लिए करोड़ों रुपए की नौकरी को भी छोड़ देते हैं। अपनी कामयाबी से दूसरों के लिए प्रेरणा बन जाते है। ऐसी हैं उदयपुर की अपेक्षा सिंघवी जिन्होंने लॉन्ड्री बिजनेस के लिए दो करोड़ की जॉब छोड़ दी।
Arvind Raghuwanshi | Published : Apr 3, 2023 6:03 AM IST / Updated: Apr 03 2023, 12:15 PM IST
जयपुर. आम दुनिया में चार्टर्ड अकाउंटेंट प्रोफेशन को एक ऊंचे ओहदे के रूप में देखा जाता है। लेकिन जब कोई खुद्दार बनने की ठान लेता है तो उसके लिए यह प्रोफेशन भी कोई मायने नहीं रखता है। ऐसा ही हुआ राजस्थान की रहने वाली एक महिला चार्टर्ड अकाउंटेंट के साथ। जो सालाना करोड़ों रुपए कमाती थी लेकिन उसने खुद्दार बनने की सोच ही और पल भर में अपनी करोड़ों रुपए की नौकरी छोड़ दी लेकिन आज वही महिला अपनी खुद्दारी की वजह से चार्टर्ड अकाउंटेंट से ज्यादा रुपए कमा रही है।
राजस्थान के उदयपुर जिले की रहने वाली अपेक्षा सिंघवी की। बचपन से पढ़ाई में होशियार अपेक्षा करीब 5 साल पहले अपने पहले ही प्रयास में चार्टर्ड अकाउंटेंट बन गई। चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने के बाद उसकी पहली नौकरी राजस्थान के बड़े ग्रुप वेदांता में लगी। यहां उसको हर साल करीब 2 करोड़ रुपए से ज्यादा का पैकेज मिला।
इतनी बड़ी नौकरी मिलने के बाद भी अपेक्षा ने 2 साल काम किया और उसका मन इस काम में नहीं लगा। अपेक्षा में खुद का बिजनेस करने की सोची। अपेक्षा ने साल 2021 में अपने दो करोड़ रुपए की पैकेज वाली नौकरी से इस्तीफा दिया था।
अपेक्षा के मन में अचानक यूं ही ख्याल आया कि क्यों ना वह एक बड़ी लॉन्ड्री खोल ले। जब यह बात अपेक्षा ने अपने घर वालों को बताई तो घर वालों ने इसका काफी विरोध किया और कहा कि चार्टर्ड अकाउंटेंट होने के बाद भी लॉन्ड्री क्यों खोलेगी। लेकिन अपेक्षा ने तो खुद्दार बनने की सोच ली थी।
अपेक्षा ने शुरू में एक छोटी लॉन्ड्री खोली। लेकिन अब पिछले 2 सालों में उनके कस्टमर उदयपुर की 50 बड़ी होती है। जहां के सभी बेडशीट, तौलिया और अन्य कपड़े अपेक्षा की लॉन्ड्री में ही धुलने के लिए आते हैं। इतना ही नहीं आज अपेक्षा के पास 38 लोगों का स्टाफ है। जिनमें 8 तो महिलाएं ही हैं।
अपेक्षा के पास दो बड़ी गाड़ियां है जो कपड़ों को लेकर आती है और धुलाई के बाद वापस देकर आती है। अपेक्षा हर साल इससे करीब तीन से चार करोड़ रुपए कमा रही है। जल्द ही वह राजस्थान के दूसरे अन्य बड़े शहरों में यह काम शुरू करने वाली है।
बता दें कि अब अपेक्षा अपने कपड़े धोने वाले बिजनेस में नौकरी से करीब 5 गुना ज्यादा पैसा कमा रही हैं। इसके अलावा उन्होंने अपने साथ-साथ दर्जनों लोगों को रोजगार दिया है। उन्होंने लगभग 30 लोगों नौकरी रखा है, जिसमें 25 महिलाएं शामिल हैं।