
जयपुर (राजस्थान). जयपुर समेत पूरे राजस्थान में ही नहीं पूरे भारत में तीन शब्द तेजी से वायरल हो रहे हैं। ये वायरल शब्द हैं इंसाफ मांगे राजस्थान.....। ये एक अभियान की तरह है और इसे बीजेपी चला रही है। सवेरे से ही इसे तेजी से वायरल किया जा रहा है और अब यह इतना वायरल हो गया है कि लोक कर्नाटक चुनाव परिणाम से भी ज्यादा इस बारे में जानना चाह रहे हैं। दरअसल यह पूरा मामला जयपुर से जुड़ा हुआ हैं जयपुर समेत पूरे राजस्थान के लिए आज का दिन बेहद खास है।
पलभर में हो गई थीं 70 मौतें-सैंकड़ों हुए थे जख्मी
आज जयपुर बम धमाकों की पंद्रहवी बरसी है। आज ही के दिन पंद्रह साल पहले रात सात बजे के बाद जयपुर में आठ बम धमाके हुए थे और गुलाबी शहर जयपुर को खून के छींटों ने लाल कर दिया था। सत्तर मौतें हुई थी और करीब दो सौ पचास से भी ज्यादा लोग घायल हुए थे। इन घायलों में से करीब पचास के शरीर पर आज भी बम धमाकों के घाव है।
70 लोगों की मौत के बाद राजस्थान हाईकोर्ट ने कहा-ये लोग बेकसूर इन्हें छोड़ देना चाहिए
अब बात उन घावों की जो बम धमाकों से भी बड़े हैं। दरअसल बम धमाकों के कुछ महीनों के बाद ही एटीएस ने पांच आतंकी संदिग्धों को उठा लिया था और फिर उन्हें जेल भेज दिया गया था। उन लोगों ने खुद को बेगुनाह साबित करने के लिए कोर्ट की शरण ली। कोर्ट में सबूत पेश किए गए और पिछले दिनों हाईकोर्ट ने यह फैसला सुना दिया कि ये लोग बेकसूर हैं और इन लोगों को फांसी नहीं दी जा सकती। जबकि निचली अदालत ने फांसी की सजा सुना दी थी।
बीजेपी इस फैसले के खिलाफ पहुंची सुप्रीम कोर्ट
अब जनता से जुड़े इस मामले को लेकर भाजपा ने सरकार की खिंचाई शुरू कर दी हैं। सरकार इस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी करती ही रह गई और उधर बीजेपी धमाकों के कुछ पीड़ितों को लेकर सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गई है। इस मामले को सुनवाई में रख लिया गया है और 17 मई को सुनवाई शुरू की जानी है। इस पूरे मसले पर सरकार को घेरने के लिए अब पूरे राजस्थान में आज धरने प्रदर्शन शुरु कर दिए गए है। आज शाम सभी जिलों में प्रदर्शन होंगे कांग्रेस सरकार के खिलाफ.....। जयपुर जिले के पचास वार्डो में भी हनुमान चालीसा के पाठ होंगे सड़कों पर....।
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