
जयपुर. हाल ही में नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के द्वारा एक रिपोर्ट जारी की गई है। इस रिपोर्ट के मुताबिक राजस्थान राज्य में 51% युवा है जो नॉन कम्युनिकेबल डिजीज के शिकार हो चुके हैं।अब इसके बचाव को लेकर प्रदेश सरकार अभियान शुरू करने जा रही है।
कल प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा वर्ल्ड हेल्थ डे के मौके पर फिट राजस्थान अभियान की शुरुआत करने जा रहे हैं। अभियान के तहत लोगों को संतुलित आहार के जरिए स्वस्थ रहने की जानकारी देकर प्रदेशभर में इसका प्रमोशन किया जाएगा।
एक्सपर्ट्स बताते हैं कि जिन युवाओं को नॉन कम्युनिकेबल डिजीज है। उनमें ब्लड प्रेशर और शुगर के बाद अब कोरोनरी हार्ट डिजीज भी आने लगे हैं। प्रदेश में केवल युवा ही नहीं बल्कि 7 फीसदी से ज्यादा महिलाएं और करीब 9 फीसदी पुरुष भी इससे पीड़ित है।
विशेषज्ञ बताते हैं कि इन बीमारियों के पीछे एक सबसे बड़ा कारण स्ट्रेस और वर्किंग स्टाइल भी है। वर्तमान में ज्यादातर लोग प्राइवेट सेक्टर में नौकरियां कर रहे हैं। जो लगातार कई घंटे तक ऑफिस में बैठकर या घर पर बैठकर मोबाइल या लैपटॉप, कंप्यूटर पर काम करते हैं। यह इस बीमारी का एक मुख्य कारण है।
यदि हम चाहे तो इस पर कंट्रोल कर सकते हैं। हर घंटे काम करने के बाद करीब 10 से 12 मिनट का ब्रेक लेना चाहिए। इस दौरान वॉक करनी चाहिए। इसके अतिरिक्त सुबह और शाम के समय भी करीब 30 मिनट तक पैदल चलना चाहिए।
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