
सहारनपुर: पुलिस मुठभेड़ में गोली लगने के बाद जीशान हैदर की मौत मामले में सीजेएम कोर्ट के आदेश पर देवबंद कोतवाली में 3 एसआई समेत 12 पुलिसकर्मियों के खिलाफ षडयंत्र और हत्या करने के आरोप में केस दर्ज किया गया। ज्ञात हो कि 5 सितंबर 2021 को गोहत्या की सूचना पर पुलिस की टीम छापेमारी करने गई थी। इसी बच गांव में जीशान हैदर नकवी पैर में गोली लगने से घायल हो गए थे। उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई थी।
जीशान की पत्नी लगाया था गंभीर आरोप
जीशान की मौत के बाद भागने के प्रयास में स्वंय गोली लगने की बात कहते हुए पुलिस ने उसके खिलाफ कोतवाली में गोहत्या का केस दर्ज किया था। हालांकि पुलिस की ओर से किए गए दावों के खिलाफ जीशान की पत्नी ने मोर्चा खोला था। जीशान की पत्नी अफरोज ने पुलिस के दावों को झूठा बताकर घर में बुलाकर हत्या का आरोप लगाया था। इस मामले की शिकायत अफरोज के द्वारा केंद्रीय गृहमंत्री, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक की गई थी।
कोर्ट से दिया गया था केस दर्ज करने का मुकदमा
मामले को लेकर राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग और मानवाधिकार आयोग का भी दरवाजा खटखटाया गया था। इस मामले में सीजेएम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए अफरोज द्वारा आरोप बनाए गए पुलिसकर्मियों के खिलाफ देवबंद में मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। इसी के साथ आख्या प्रस्तुत करने को लेकर भी निर्देशित किया गया है। इसके बाद देवबंद कोतवाली में एसआई ओमबीर सिंह, यशपाल सिंह, असगर अली, हेड कांस्टेबल सुखपाल सिंह, हेड कांस्टेबल कुंवर भरत सिंह, विपिन कुमार, ब्रजेश कुमार, प्रमोद कुमार, नीटू यादव, देवेंद्र, राजवीर सिंह, अंकित कुमार के खिलाफ केस दर्ज किया गया।
नामजद हेडकांस्टेबल को हुआ ब्रेन हैमरेज
जीशान हत्याकांड में नामजद हेडकांस्टेबल को ब्रेन हेमरेज हो गया। इसके बाद उसे निजी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती करवाया गया। 53 वर्षीय सुखपाल सिंह गोपाली पुलिस चौकी पर तैनात है। चिकित्सकों के अनुसार सुखपाल की हालत नाजुक बनी हुई है। जीशान की मौत के बाद मामले के बाद सुखपाल तनाव में था। इसी के चलते उसे ब्रेन हेमरेज हुआ है।
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