लखनऊ में ऑल इंडिया पुलिस एथलेटिक मीट का शुभारंभ सीएम योगी ने किया। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश में खेलों का माहौल बनाने का काम कर रही है। यूपी सरकार ने 500 खिलाड़ियों को सरकारी सेवा में शामिल करने का निर्णय लिया है।
लखनऊ: 35वीं वाहिनी पीएसी महानगर के स्टेडियम में ऑल इंडिया पुलिस एथलेटिक मीट के शुभारंभ में सीएम योगी ने ऐलान किया कि प्रदेश में खेलों का माहौल बनाने और खिलाड़ियों के भविष्य को लेकर सरकार लगातार काम कर रही है। इसी कड़ी में यूपी सरकार ने 500 खिलाड़ियों को सरकारी सेवा में शामिल करने का निर्णय लिया है।
'एथलेटिक मीट का आयोजन बड़ी उपलब्धि'
सीएम योगी ने कहा कि देश की सबसे बड़ी जनसंख्या वाले राज्य में 10 साल बाद पुलिस एथलेटिक मीट का आयोजन कर रही है। यह सरकार के लिए बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि एसएसबी जिस प्रकार से सीमा पर अपने कार्य का बखूबी से निर्वहन कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह सराहनीय कार्य है। एसएसबी की ओर से पुलिस एथलेटिक मीट का आयोजन बड़ी उपलब्धि है। सीएम योगी ने कहा कि बीते 10 सालों की बात की जाए तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलों में भारत ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। भारत की मजबूत उपस्थिति को दर्ज करवाते हुए यह पदक जीते गए हैं।
'विकासखंड स्तर पर भी मिनी स्टेडियम को हो रहा निर्माण'
यूपी में पीछे साल खेलों को लेकर काफी विकास हुआ है। यहां ब्लॉक स्तर पर मैदान और ओपन जिम का निर्माण करवाया जा रहा है। विकासखंड स्तर पर भी मिनी स्टेडियम का निर्माण किया जा रहा है। आपको बता दें कि इससे पहले मीट में भाग लेने वाले टीमों ने मार्चपास्ट किया। इस दौरान एसएसबी कांस्टेबल के गगन ने मशाल सीएम योगी को सौंपी। इसके बाद एसएसबी कॉन्स्टेबल अनूप और मंजू ने मशाल को प्रज्वलित की। सीएम योगी ने कहा कि बीते 20-22 सालों में सशस्त्र सीमा बल का काम भारत, नेपाल और भूटान सीमा पर देखा जाता है। नेपाल से 560 किमी सीमा पर एसएसबी और यूपी पुलिस समन्वय में काम करती हैं। ज्ञात हो कि यह प्रतियोगिता 21 मार्च से शुरू होकर 25 मार्च तक चलेगी। इस प्रतियोगिता में राज्य की पुलिस बल, केंद्र शासित प्रदेशों की 33 टीमों समेत कुल 1368 प्रतिभागी शामिल होंगे। सीएम योगी ने इस दौरान यह भी बताया कि एक-एक संसदीय क्षेत्र में दो से ढाई हजार खिलाड़ी जुट रहे हैं। खेलों को बढ़ावा देने के लिए ग्राम पंचायतों में महिला-पुरुष मंगल दल भी बनाए गए हैं।