सार
जेल में अब्बास और निखत की मुलाकात को लेकर लगातार नए-नए खुलासे हो रहे हैं। इस बीच निखत के ड्राइवर नियाज के फोन से भी कई राज खुलकर सामने आए हैं। जेल में मुलाकात को लेकर अधिकारियों को कई झांसे दिए गए थे।
लखनऊ: चित्रकूट जेल में विधायक अब्बास अंसारी को सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए नए साक्ष्य सामने आए हैं। पुलिस की विवेचना में यह सामने आया है कि अब्बास की पत्नी के ड्राइवर नियाज ने चित्रकूट जेल की डिप्टी जेलर चंद्रकला से बात की थी। इस बात की पुष्टि दोनों के कॉल डिटेल से हुई है।
झूठ बोलकर की गई थी निखत के रुपने की व्यवस्था
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार नियाज ने डिप्टी जेलर से ऊंची पहुंच होने की भी बात कही थी। इसी के साथ गाजीपुर जनपद में मकान दिलाने का लालच भी उन्हें दिया गया था। इस मामले में आरोपित ड्राइवर नियाज के झांसे में ही आकर डिप्टी जेलर ने निखत और नियाज की मुलाकात अब्बास से जेल के भीतर करवाई थी। इस बीच ही सपा नेता फराज ने मकान मालिक को झूठ बोलकर निखत के रुकने की भी व्यवस्था करवाई। आरोपित ने मकान मालिक से निखत और नियाज की मुलाकात करवाई। आरोपित ने बोला कि दोनों पानी के ठाकेदार हैं। मकान का किराया अच्छा देंगे। इसी झांसे में आकर मकान मालिक ने उसे मकान दिया। मकान को किराए पर लेकर आरोपितों न उसका नख्शा ही बदल दिया। वहां की चहारदिवारी को इतना ऊंचा कर दिया गया कि किसी को भी भीतर की गतिविधियों की जानकारी न हो सके। इस बीच फराज अपने खाते में ही मकान मालिक का भुगतान करता था।
नियाज के फोन से खुले कई राज
फराज और नियाज जेल अधिकारियों को जेल कैंटीन के ठेकेदार नवनीत सचान के जरिए ही लुभावने का ऑफर भी देते थे। फराज के खाते की जांच में पता लगा कि मकान मालिक के अतिरिक्त अन्य लोगों को भी पैसे दिए जाते थे। पुलिस ने नियाज के मोबाइल फोन से कई अधिकारियों से बातचीत को लेकर भी साक्ष्य सामने आए हैं। इस बीच भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के स्पेशल जज लोकेश वरुण ने शनिवार को फराज और नियाज की जमानत अर्जी को खारिज कर दी थी। इस बीच दोनों पर अब्बास की पत्नी निखत को भी मदद पहुंचाने का आरोप लगा है। मामले में डिप्टी जेलर की ओर से कोर्ट में जमानत की अर्जी दाखिल की गई है। इसको लेकर गुरुवार को सुनवाई होनी है।