'राम लला की मूर्ति की आंखें खोली जाएंगी...': वायरल तस्वीर पर राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी ने कही ये बात

Published : Jan 20, 2024, 03:17 PM ISTUpdated : Jan 20, 2024, 03:28 PM IST
Acharya Satyendra Das

सार

राम लला की नई मूर्ति के चेहरे की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होने पर श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने स्थिति स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा है कि राम लला की मूर्ति की आंखें खोली जाएंगी।

अयोध्या। राम लला की नई मूर्ति के चेहरे की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होने के एक दिन बाद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा कि 'प्राण पतिष्ठा' समारोह पूरा होने से पहले भगवान राम की आंखें नहीं खोली जा सकतीं। जिस मूर्ति में रामलला की आंखें खुली हुई दिख रही हैं, वह असली मूर्ति नहीं है।

सत्येन्द्र दास ने कहा, "अभी मूर्ति को खोला नहीं गया है। कपड़े से ढंक दिया गया है। मूर्ति जब तैयार हो जाती है। तय हो जाता है कि इसी मूर्ति को वहां ले जाना है तो उसके नेत्र बंद कर दिए जाते हैं और उसको स्थापित कर दिया जाता है। ये काम तो वहीं होता है। जो आंख खुली हुई मूर्ति दिखाई दिया वो मूर्ति तो है ही नहीं। ऐसा स्वरूप मिल ही नहीं सकता। यदि मिल गया है तो उसकी जांच होगी कि आखिर ऐसे किसने खोल दिया।"

 

 

प्राण प्रतिष्ठा किया जा सकता है मूर्ति का श्रृंगार

आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा पूरी होने से पहले भगवान राम की मूर्ति की आंखें प्रकट नहीं की जा सकतीं। जिस मूर्ति में भगवान राम की आंखें दिख रही हैं , वह असली मूर्ति नहीं है। मूर्ति का श्रृंगार करने को लेकर सत्येन्द्र दास ने कहा कि प्राण प्रतिष्ठा से पहले आंखें खोलने को छोड़कर सब कुछ अनुष्ठान के अनुसार किया जाता है।

सोशल मीडिया पर शेयर की गई थी रामलला की नई मूर्ति की तस्वीर

दरअसल, शुक्रवार को रामलला की नई मूर्ति का चेहरा दिखाने वाली एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की गई थी। काले पत्थर से बनी 51 इंच की मूर्ति में भगवान राम को पांच साल के बच्चे के रूप में धनुष और बाण लिए हुए खड़े हुए दिखाया गया है। इसके साथ ही मूर्ति को ओम, चक्र, गदा और स्वस्तिक जैसे अन्य धार्मिक प्रतीकों से भी सजाया गया है।

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मूर्ति में पांच साल के बच्चे की मासूमियत के साथ ही देवता जैसी दिव्यता भी है। इसका वजन 1.5 टन है। इसे मैसूर के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने तैयार किया है। प्रभु रामलला उसी तरह दिख रहे हैं जैसे रामचरितमानस और वाल्मिकी रामायण में भगवान राम का चित्रण किया गया है।

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