यूपी निकाय चुनाव में कांग्रेस और सपा के बागी नेताओं के भाजपा में शामिल होने का दौर जारी है। इस बीच पार्टी के बड़े नेताओं के द्वारा चुनाव प्रचार कर अपने दल के लिए वोट अपील की जा रही है।
लखनऊ: यूपी निकाय चुनाव में पहले चरण के मतदान से पहले नेताओं का दलबदल जारी है। इस बीच गुरुवार को सपा के सरोजनीनगर से जिला पंचायत सदस्य पलक रावत समेत कई नेताओं ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली। इसी दौरान कांग्रेस के कई नेता भी भाजपा में शामिल हो गए हैं।
सपा और कांग्रेस के बागी नेताओं को दिलाई गई भाजपा की सदस्यता
कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष भाजपा में शामिल हो गए। दिलप्रीत सिंह डीपी के द्वारा भी भाजपा की सदस्यता ली गई। वहीं पूर्व में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ चुके रणवीर सिंह कलसी और कांग्रेस शहर महासचिव संजय गिरी ने भी भाजपा की सदस्यता ली। इन सभी को डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने सभी नेताओं को पार्टी की सदस्यता दिलाई। पूर्व में शाहजहांपुर की महापौर प्रत्याशी अर्चना वर्मा ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ली थी। सपा हैदरगंज द्वितीय वार्ड की पार्षद तारा चंद्र रावत के द्वारा भी भाजपा की सदस्यता ली गई।
बागी नेता निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर भी आजमा रहे किस्मत
गौरतलब है कि यूपी निकाय चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल जोर आजमाइश में लगे हुए हैं। इस बीच कई कांग्रेस और सपा के नेताओं के द्वारा भी भाजपा की सदस्यता ली गई। इन सभी नेताओं के द्वारा भाजपा की नीतियों और कार्यों से प्रभावित होकर बीजेपी की सदस्यता ली गई। बताया जा रहा है कि यह सभी नेता टिकट के ऐलान को लेकर अपनी-अपनी पार्टियों से नाराज थे और इसी के चलते उन्होंने दलबदल किया। निकाय चुनाव को लेकर सीएम योगी और अखिलेश यादव समेत कई बड़े नेता प्रचार में जुटे हुए हैं। अलग-अलग जनपदों में जाकर अपने पक्ष में मतदान की अपील की जा रही है। निकाय चुनाव के दौरान पार्टी से बागी हुए कई नेताओं के द्वारा निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर भी अपनी किस्मत आजमाई जा रही है। माना जा रहा है कि पार्टी से बागी हुए नेता और दलबदल करने वाले नेता निकाय चुनाव में अपने दल का खेल बिगाड़ सकते हैं।
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