यूपी में हुए उपचुनाव के बाद बीजेपी की टेंशन बढ़ती हुई नजर आ रही है। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया कि उपचुनाव में बीजेपी को भितरघात का सामना करना पड़ा है। जिसके बाद अब रिजल्ट का इंतजार बेसब्री से किया जा रहा है।
लोकसभा चुनाव में भाजपा को भितरघात से ही यूपी में भारी नुकसान झेलना पड़ा था। हाल ही में 9 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में भी बीजेपी को ऐसी ही स्थिति का सामना एक बार फिर से करना पड़ा है। वोटिंग के बाद पार्टी के नेताओं की ओर से भितरघात को लेकर जो इनपुट मिले उसने एग्जिट पोल की खुशियों के बीच बड़े नेताओं की टेंशन बढ़ा दी है। भले ही एग्जिट पोल ने खुशी देने का काम किया है लेकिन इंटरनल रिपोर्ट आने के बाद अब सभी को रिजल्ट का बेसब्री से इंतजार है।
वहीं पार्टी के स्तर पर यह गुणा भाग किया जा रहा है कि आखिर कहां कितना नुकसान हुआ है। भितरघातियों को चिह्नित कर उन पर एक्शन लेने की भी प्लानिंग की जा रही है और बड़े नेताओं को इन लोगों के नाम भी अवगत करवाए गए हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार फूलपुर, कटेहरी और कुंदरकी में सबसे ज्यादा भितरघात की शिकायतें मिली हैं। हालांकि इन तमाम चीजों से इतर भाजपा को फिर भी बेहतर परिणाम की उम्मीद है। ज्ञात हो कि मझवां, कुंदरकी, कटेहरी और सीसामऊ जैसी सीटों पर कैंडिडेट्स के ऐलान के साथ ही शिकायतें मिलने लगी थीं। पार्टी के नेताओं ने अपनों को एकजुट रखने का बेहतर प्रयास किया लेकिन फिर भी कुछ जगहों पर इसमें सौ फीसदी सफलता नहीं मिल सकी।
मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया कि सबसे ज्यादा शिकायतें कटेहरी और कुंदरकी सीट से सामने आई है। वहीं सहयोगी दल के नेताओं ने मझवां में खेल बिगाड़ने का प्रयास किया। फिलहाल भाजपा के खिलाफ अपनों की साजिश में उन्हें कितनी सफलता मिली यह तो चुनाव परिणाम सामने आने के बाद ही पता चल सकेगा।