वाराणसी के शराब कारोबारी राजेंद्र गुप्ता और उनके परिवार की हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपी भतीजे विक्की की तलाश तेज कर दी है। तमिलनाडु से नोएडा तक पुलिस ने साक्ष्य जुटाने के लिए टीमों को लगाया है।
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी के शराब कारोबारी राजेंद्र गुप्ता और उनके परिवार की हत्या के मामले में पुलिस आरोपी भतीजे विशाल गुप्ता उर्फ विक्की की तलाश में जुटी है। वाराणसी पुलिस ने नोएडा में एक कंपनी से विक्की के बहनोई को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिससे कुछ अहम जानकारी सामने आई। पुलिस के अनुसार विक्की ने परिवार के अन्य सदस्यों से बातचीत बंद कर दी थी, लेकिन अपनी बहन और बहनोई से संपर्क बनाए रखा था। उसने बार-बार परिवार से बदला लेने की धमकी दी थी और आखिरी बार बातचीत में उसने दीपावली पर परिवार को मार डालने की बात कही थी।
इस हत्याकांड की जांच में पुलिस को विक्की और उसके बहनोई के बीच लगातार बातचीत के सबूत मिले हैं। दीपावली से पहले भी दोनों में कई बार लंबी बातचीत हुई है, जिसमें हत्याकांड की संभावनाओं की चर्चा थी। तमिलनाडु पहुंची पुलिस टीम विक्की के चार दोस्तों और एक गर्लफ्रेंड से पूछताछ कर रही है, जो उसकी करीबी माने जाते हैं। विक्की का फोन 23-24 अक्टूबर की रात से ही बंद है और उसने हाल के दिनों में किसी से संपर्क नहीं किया।
पुलिस ने जानकारी दी कि तमिलनाडु के वेल्लोर में 20 अक्टूबर को विक्की ने अपना किराए का कमरा खाली कर दिया था। उसकी करीबी दोस्त और पूर्व सहपाठियों से पूछताछ में उसके इरादों को लेकर पुलिस को कुछ सुराग मिले हैं। पुलिस ने विक्की के किराए के कमरे से कुछ संदिग्ध सामान भी जब्त किया है।
5 नवंबर को वाराणसी में राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, उनकी पत्नी नीतू गुप्ता और तीन बच्चों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने राजेंद्र का फोन ट्रेस किया और उसकी लोकेशन मीरापुर में एक निर्माणाधीन मकान में मिली, जहां उसकी लाश बिस्तर पर पाई गई। पुलिस को घटनास्थल पर .32 बोर की पिस्टल के इस्तेमाल के सबूत मिले हैं, जिससे पुलिस का मानना है कि पांचों की हत्या में इसी पिस्टल का प्रयोग किया गया था।
कारोबारी राजेंद्र गुप्ता की 80 वर्षीया मां शरादा देवी ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि दीपावली पर ही विक्की तमिमलनाडु से घर आया था। वो 31 अक्तूबर को ही राजेंद्र गुप्ता को मारना चाहता था, मगर उन्होंने उसके सामने विनती की थी। हाथ पैर जोड़े थे, जिसके बाद उस दिन उसने राजेंद्र को नहीं मारा था। शारदा देवी ने बताया कि विक्की अपने मां-बाप और दादा की हत्या का बदला काफी दिनों से लेना चाहता था। शारदा देवी ने ये भी बताया कि राजेंद्र गुप्ता भी भतीजे विक्की से नाराज रहते थे और उसे धमकाते थे कि उसके माता-पिता की तरह उसे भी मार देंगे और कुछ नहीं होगा।
मां शारदा देवी ने बताया कि उनके बेटे राजेंद्र ने ही दोनों भतीजों विक्की और जुगनू को पढ़ाया लिखाया था। उनका पालन पोषण किया था। हां विक्की इसलिए ज्यादा गुस्सैल हो गया था क्योकि राजेंद्र विक्की को बहुत मारता था। भाईदूज पर विक्की से राजेंद्र ने अपने साथ काम करने के लिए कहा था। बदले में 20 से 25 हजार रुपए महीने देनें का भी वायदा किया था। राजेंद्र के पास किराए की वसूली का काम था। शारदा देवी ने बताया कि राजेंद्र और उसके बेटे ने मिलकर विक्की को बहुत मारा था। जिससे वह नाराज था। हमसे अक्सर कहता था कि हम मम्मी पापा की हत्या का बदला जरूर लेंगे। हम उसे समझाते थे कि ऐसा न करें नहीं तो पूरा परिवार बर्बाद हो जाएगा लेकिन वह माना नहीं और अपनी जिद पूरी ही कर डाला।
ये भी पढ़ें….
पोते की शादी में BJP MLA के चचेरे भाई की हत्या, गर्भवती पोती के अपहरण का प्रयास
UP में ट्रिपल मर्डर: कमरे में मिलीं पति, पत्नी और बेटे को खून से सनी लाशें