रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को हिंडन एयरबेस पर औपचारिक रूप से मालवाहक विमान सी-295 एमडब्ल्यू को वायुसेना में शामिल किया। इसके साथ ही उन्होंने भारत ड्रोन शक्ति-2023 नामक ड्रोन शो भी देखा।
गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरबेस पर एयरबस कंपनी से खरीदे गए मालवाहक विमान सी-295 एमडब्ल्यू (C-295 MW) को औपचारिक रूप से वायुसेना में शामिल किया गया। इस अवसर पर हिंडन एयरबेस पर भारत ड्रोन शक्ति-2023 नाम के कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया था।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इन कार्यक्रमों में शामिल हुए। उन्होंने C-295 MW विमान पर स्वास्तिक चिह्न बनाया और पूजा की। इसके साथ ही इस विमान को औपचारिक रूप से वायुसेना का हिस्सा बना लिया गया। राजनाथ सिंह और वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने भारत ड्रोन शक्ति-2023 के दौरान कामिकाजे ड्रोन का प्रदर्शन देखा।
भारत ड्रोन शक्ति-2023 में कई तरह के ड्रोन की क्षमताओं का प्रदर्शन किया गया। इस दौरान 50 किलो से 100 किलो वजन ले जाने की क्षमता वाले ड्रोन को उड़ाया गया। इस दौरान एक ऐसे ड्रोन को प्रदर्शित किया गया जिसे बाइक पर लेकर कहीं भी जाया जा सकता है। इस ड्रोन को किसानों के लिए तैयार किया गया है। इसकी मदद से किसान आसानी से फसल पर कीटनाशकों का छिड़काव कर सकते हैं।
56 C-295 विमान खरीदने के लिए हुआ है सौदा
भारत ने एयरबस के साथ 56 C-295 विमान खरीदने के लिए सौदा किया है। यह मिडियम कैटेगरी का टेक्टिकल ट्रांस्पोर्ट एयरक्राफ्ट है। उसका काम जंग के मौर्चे तक सैनिकों और साजो-सामान को पहुंचाना है। इसके लिए 21,935 करोड़ रुपए की डील हुई है। C-295 विमानों से पुराने पड़ चुके Avro-748 फ्लीट को बदला जाएगा।
डील के अनुसार एयरबस तैयार हालत में 16 विमान भारत को देगा। 40 विमानों को भारत में बनाया जाएगा। इसके लिए एयरबस और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स के बीच समझौता हुआ है। C-295 विमान को खराब रनवे से भी ऑपरेट किया जा सकता है। इसकी मदद से जवानों को एयरड्रॉप किया जा सकता है। C-295 विमान का इस्तेमाल टैंकर से लेकर अवाक्स प्लेटफॉर्म तक, कई रोल में किया जा सकता है।