उत्तर प्रदेश के देवरिया में जमीनी विवाद में 6 लोगों की हत्या का मामला देशभर के मीडिया की चर्चा में है। 5 लोगों की हत्या एक साथ हुई। जघन्य हत्याकांड 2 अक्टूबर की सुबह हुआ। घटना में सत्यप्रकाश दुबे के परिवार को मौत के घाट उतार दिया गया।
देवरिया. उत्तर प्रदेश के देवरिया में जमीनी विवाद में 6 लोगों की हत्या का मामला देशभर के मीडिया की चर्चा में है। 5 लोगों की हत्या एक साथ हुई। यह जघन्य हत्याकांड 2 अक्टूबर की सुबह हुआ। घटना में सत्यप्रकाश दुबे के परिवार के ज्यादातर लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया। उनके बेटे गांधी को भी मार दिया गया। उसका 2 अक्टूबर को जन्मदिन था। छोटा बेटा अनमोल गंभीर रूप से घायल है। बड़ा बेटा देवेश संयोग से बच गया, क्योंकि वो भागवत कथा कहने गया था।
इधर, बीआरडी मेडिकल कालेज के ट्रामा सेंटर के सर्जरी वार्ड में भर्ती अनमोल दुबे (10) से मुलाकात कर मुख्यमंत्री ने हौसला दिया। जब योगी ने उससे नाम पूछा, तो वो रोने लगा। इस पर योगी ने कहा कि घबराओ मत इलाज हो रहा है।
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1.पुलिस की इन्वेस्टिगेशन में पता चला कि देवरिया में जमीन को लेकर दो भाइयों में विवाद था। एक भाई गांव के प्रभावशाली व्यक्ति के सपंर्क में था। वो उसी के साथ रहने लगा। उसने अपनी 9 बीघा जमीन उसी प्रभावशाली व्यक्ति के नाम कर दी।
2. 2 अक्टूबर को प्रभावशाली व्यक्ति यानी पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेम यादव की हत्या कर दी गई। इससे आक्रोशित उसके समर्थकों ने सत्यप्रकाश दुबे की फैमिली पर हमला करके 5 लोगों को मार डाला।
3. इस हत्याकांड में गुस्साई भीड़ ने सबसे पहले सत्यप्रकाश को गोली मारी। चाकू से सीने और चेहरे पर प्रहार किए। फिर पत्नी को मार डाला। 18 साल की बेटी सलोनी और 12 साल की बेटी नंदनी को भी इसी तरह मार डाला। सत्यप्रकाश के मंझले बेटे गांधी का 2 अक्टूबर को 15वां जन्मदिन था, हमलवारों ने उसे भी नहीं छोड़ा।
4. सत्यप्रकाश का बड़ा बेटा देवेश पूजा-पाठ करता है। वो रविवार को बलिया जिले में भागवत कथा बांचने गया था। यह संयोग है कि इसी वजह से उसकी जान बच गई।
5. घटना के समय गांधी ने बड़े भाई देवेश को फोन किया था कि हमलावर उनके परिजनों के साथ मारपीट कर रहे हैं। इसके बाद फोन कट गया। जब देवेश घर पहुंचा, तो पूरे परिवार की लाशें मिलीं।
6. घटना की जानकारी लगते ही बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स गांव पहुंचा। घटनास्थल पर जगह-जगह खून और लाशें देखकर लोगों के रौंगटे खड़े हो गए। गांव में तनाव देखते हुए कई थानों की पुलिस फोर्स तैनात की गई है।
7. इस मामले को लेकर राजनीति भी गर्मा गई है। बीजेपी विधायक शलभमणि त्रिपाठी ने चेतावनी दी कि भूमाफियाओं और अपराधियों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ी जाएगी। दोषी और लापरवाह पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों को भी बख्शा नहीं जाएगा।
8.रूद्रपुर तहसील के फतेहपुर गांव में हुए इस जघन्य हत्याकांड में जातिगत बदले की भावना होने से तनाव है। घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए सीएम योगी ने लखनऊ से प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार को मौके पर भेजा है।
9. इस हत्याकांड ने सबको झकझोर दिया है। सत्यप्रकाश दुबे, उनकी पत्नी और तीनों बच्चों के शवों का सोमवार देर रात करीब 10 बजे कारखाना क्षेत्र के पटना घाट पर अंतिम संस्कार किया गया।
10. सोमवार सुबह करीब 6 बजे प्रेम यादव का शव सत्यप्रकाश के घर के पास गली में पड़ा मिला था। उसका गला काटा गया था। यादव परिवार को शक था कि ये हत्या सत्यप्रकाश दुबे की फैमिली ने कराई है।
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