वाराणसी में सावन के पहले हिन्दू संगठन और काशी के संतों ने बड़ी मांग की है। हिन्दू संगठनों ने काशी विश्वनाथ मंदिर में स्पर्श दर्शन प्रतिबंध करने के लिए मंदिर प्रशासन को पत्र लिखा है। वहीं काशी के संतों ने भी इसके लिए बड़ी मांग की है। उनका मानना है कि स्पर्श दर्शन से मंदिर की पवित्रता और शुद्धता दूषित होती है, श्रद्धालुओं में समानता की भावना नहीं रहती है। साथ ही देश के कई अन्य मंदिरों में स्पर्श दर्शन पर रोक का दावा किया गया है। हालांकि, संवैधानिक पदों पर आसीन लोगों के लिए गर्भगृह में जाने पर रोक न लगाने की भी अपील की गई है। उनका यह भी मानना है कि शिवलिंग की पवित्रता को सुनिश्चित करने के लिए ये आवश्यक है...