उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में दिल्ली पुलिस की एक टीम ने छापेमारी कर नकली नोट छापने का कारखाना पकड़ा है। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मुख्य सरगना की तलाश की जा रही है।
बदायूं। उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में नकली नोटों की फैक्ट्री पकड़ी गई है। दिल्ली पुलिस की विशेष टीम ने छापेमारी में नकली नोटों के जखीरे के साथ, नोट छापनी की मशीन के साथ ही तीन आरोपी भी गिरफ्तार किए हैं। आऱोपियों ने बताया कि कई साल से वह इस धंधे में हैं। आरोपियों ने बताया कि ग्राम प्रधान का देवर ही यह कारोबार चलाता है। वे बस मजदूरी करते हैं।
घर में खोल रखा था कारखाना
दिल्ली पुलिस की टीम ने सूचना मिलने पर बदायूं में एक घर में छापेमारी की तो नकली नोटों की फैक्ट्री का खुलासा हुआ। यहां घर में ही नकली नोट छापने की मशीन लगाने के साथ ही पूरा सेटअप लगाया हुआ था। पुलिस ने मौके से जफीरपुर के दो और बिल्सी के दो आरोपियों गिरफ्तार किया है। पकड़े गए जफीरपुर के जरैठा गांव के दानिश अली, उस्मानपुर के आसिफ और बिल्सी के बेरहटा गुंसाई गांव निवासी सरताज को गिरफ्तार किया है।
जरैठा ग्राम प्रधान के देवर हे सरगना
नकली नोटों के इस खेल का मुख्य सरगना जरैठा ग्राम प्रधान का देवर यासीन है। पुलिस ने बताया कि आरोपी दानिश ने बताया कि वह उन सब को इस धंधे में ले आया है। पुलिस ने तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के साथ पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया है। आरोपियों की निशानदेही पर यासीन की तलाश में दबिश दी गई लेकिन वह नहीं मिला।
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30 से 40 फीसदी दाम पर सप्लाई करता था
यासीन नोट छपने के बाद खुद ही उसकी डीलिंग करता था। यह नोटों की सप्लाई 30 से 40 फीसदी दाम पर बेच देता था। बताते हैं कि चुनाव आदि के समय उसे कई बार ऑर्डर भी मिलते हैं। कई साल से वह यह अवैध कारोबार कर रहा है। फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।