
Madhuban Bapudham scheme: कल्पना कीजिए कि आपने जिंदगी भर की कमाई से घर के लिए प्लॉट लिया हो, लेकिन बाद में पता चले कि वह श्मशान घाट या कब्रिस्तान के पास है! यही हकीकत बनी थी गाजियाबाद के 373 आवंटियों की। लेकिन अब गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (GDA) ने इन लोगों के चेहरे पर मुस्कान लौटाने की तैयारी कर ली है।
मधुबन बापूधाम योजना के तहत श्मशान घाट और कब्रिस्तान के पास दिए गए विवादित प्लॉट अब नई जगह शिफ्ट किए जाएंगे। संपत्ति, अभियंत्रण और नियोजन विभाग ने मिलकर इसका नया लेआउट प्लान तैयार कर लिया है। GDA के वीसी अतुल वत्स ने बताया कि मई 2025 से इन सभी को नए भूखंड आवंटित किए जाएंगे।
साल 2011 में मधुबन बापूधाम योजना के तहत 1,863 प्लॉट्स की स्कीम निकाली गई थी। इनका मकसद था आम लोगों को अच्छी सुविधा और सस्ती दरों पर आवास उपलब्ध कराना। लेकिन योजना के तहत 373 ऐसे लोगों को प्लॉट मिल गए जो सीधे श्मशान या कब्रिस्तान के बगल में थे। लोगों ने रजिस्ट्री करा ली, भुगतान भी कर दिया… लेकिन जब हकीकत सामने आई तो गुस्सा फूट पड़ा। लोगों ने मांग की कि या तो प्लॉट कैंसल कर नए दिए जाएं या उन्हें स्थानांतरित किया जाए।
GDA के पास वर्षों से आवंटियों की शिकायतें आती रहीं। अंततः दो साल पहले प्लॉट ट्रांसफर की योजना बनाई गई और अब जाकर इसका समाधान निकल आया है। संबंधित विभागों ने मिलकर एक नया लेआउट तैयार किया, जिसमें विवादित प्लॉट को दूसरी जगह शिफ्ट करने की व्यवस्था की गई। GDA उपाध्यक्ष अतुल वत्स के अनुसार, “इस प्रक्रिया को प्राथमिकता पर लिया गया है और मई में ही प्लॉट आवंटन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।”
GDA के सूत्रों के मुताबिक, श्मशान और कब्रिस्तान के पास काटे गए प्लॉट्स को अब खाली नहीं छोड़ा जाएगा। यहां पर पार्क, हरित पट्टी (ग्रीन बेल्ट), सामुदायिक केंद्र या बिजलीघर जैसी सार्वजनिक उपयोग की चीजें बनाई जा सकती हैं। GDA वीसी अतुल वत्स ने कहा, “हम लोगों की समस्याओं को लेकर बेहद गंभीर हैं। नया लेआउट तैयार कर लिया गया है और इस महीने में ही लोगों को नई जगह पर प्लॉट दिए जाएंगे।”
अगर आप भी उन 373 आवंटियों में से एक हैं जिन्हें विवादित स्थान पर प्लॉट मिला था, तो अब मई 2025 में नए प्लॉट का इंतजार कीजिए। GDA द्वारा जल्द ही नोटिस जारी कर आपको सूचित किया जाएगा।
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