
कानपुर: घाटमपुर के बीबीपुर गांव में पिता और बड़ी बहन ने मासूम के सामने ही जहर खाकर जान दे दी। मरने से पहले उन्होंने छोटी बेटी से कहा कि तुम्हें मरना नहीं है, तुम अपनी बुआ के साथ में रहना। इसी के साथ उसे सुला दिया। 8 वर्षीय बेटी दुर्गा समझ नहीं पा रही है कि उसके पिता मनोज और 14 वर्षीय बहन मनजीता ने ऐसा क्यों किया।
'तुम यह खाना मत खाना, तुम्हें जिंदा रहना है'
पुलिस को दुर्गा की ओर से जानकारी दी गई कि उसके सामने ही पिता ने खाने में जहर मिलाया और दोनों (पिता और बड़ी बहन) खाना खाने लगे। यह सब कुछ घर में रात को रात-सफाई करने के बाद किया गया। इस बीच 8 वर्षीय छोटी बेटी से पिता ने कहा कि तुम यह खाना मत खाना तुम्हें जिंदा रहना है। बाद में जब वह भी पिता से खाना मांगने लगी तो बड़ी बहन और पिता वहां से उठकर चले गए और कमरा बंद कर लिया। फॉरेंसिक टीम को जांच के दौरान मौके से दो गिलास, नमकीन का पैकेट, चूहे मारने वाली दवा का खाली पैकेट और दोने बरामद हुए हैं। पुलिस ने इन तमाम चीजों को कब्जे में ले लिया है।
पत्नी 5 सालों से रह रही थी अलग
मामले को लेकर थाना प्रभारी की ओऱ से जानकारी दी गई कि मनोज के द्वारा बेटी मनजीता के साथ जहरीला पदार्थ पी लिया गया है। जांच में पता लगा है कि मनोज की मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं थी। पुलिस के अनुसार सजेती थाना इलाके के बीबीपुर का निवासी मनोज मुंबई में रहता था। उसी के द्वारा बेटी को जहर दिए जाने के बाद खुद आत्महत्या कर ली गई। मौके पर ही दोनों की मौत हो गई है। मंगलवार को ही मनोज अपनी दोनों बेटियों के साथ में गांव आया था। मृतक की पत्नी उससे अलग मायके में रहती थी। वह तकरीबन पांच वर्षों से वहीं है। पत्नी के न आने से ही परेशान होकर मनोज गांव छोड़कर कमाने के लिए बाहर चला गया था। हालांकि दोनों ने किस वजह से आत्महत्या की इसका कारण अभी तक पता नहीं चल सका है।
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