लखीमपुर खीरी में शौचालय की छत गिरने के बाद मासूम की मौत का मामला सामने आया है। इस घटना के बाद क्षेत्र के अन्य बच्चे भी शौचालय में जाने से डर रहे हैं। हालांकि महज सात सालों में ही शौचालय के जर्जर होकर गिरने से लोगों ने नाराजगी है।
लखीमपुर खीरी: पसगवां ब्लॉक की ग्राम पंचायत चपरतला में सरकारी शौचालय की छत ढहने से मासूम की मौत हो गई। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि घटिया सामग्री का इस्तेमाल कर शौचालय की छत का निर्माण करवाया गया था। इसी के चलते 5 साल के मासूम को जान से हाथ धोना पड़ा।
कमीशनखोरी के चलते किया गया घटिया निर्माण
ग्राम चपरतला का रहने वाला 5 वर्षीय पंकज पुत्र लालता प्रसाद दोपहर में शौच करने के लिए गया था। इसी बीच यह हादसा हुआ। मामले को लेकर तत्काल ग्राम प्रधान को जानकारी दी गई। पंकज के पिता लालता प्रसाद ने आरोप लगाया कि प्रधान के द्वारा ही घटिया सामग्री से शौचालय का निर्माण कराया गया था जिसके चलते उनका बेटा काल के गाल में समां गया। इसी के साथ ग्राम पंचायत मित्र और ग्राम पंचायत सेक्रेटरी पर भी गंभीर आरोप लगाए गए हैं। मृतक बच्चे के परिजनों का आरोप है कि कमीशनखोरी के चलते ही घटिया सामग्री का इस्तेमाल कर शौचालय का निर्माण करवाया गया था। यदि निर्माण में सरिया, सीमेंट, मौरंग की गुणवत्ता का ध्यान रखा गया होता तो इस तरह का हादसा न होता।
महज सात साल में ही जर्जर होकर गिरा शौचालय
घटना के बाद से मासूम बच्चे के घर में मातम पसरा हुआ है। इस घटना को लेकर लालता प्रसाद ने मैगलगंज कोतवाली में तहरीर भी दी है। पीड़ित ने पुलिस से मदद की गुहार लगाई है। वहीं इस हादसे के बाद आसपास के गांवों के बच्चे शौचालय में जाने से भी डर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि कई शौचालय अभी भी जर्जर अवस्था में खड़े हुए हैं और जिनके गिरने का खतरा बना हुआ है। बताया जा रहा है कि जो शौचालय गिरा है उसका निर्माण 2016 में ही सरकारी धनराशि से करवाया गया था। हालांकि महज सात साल में ही शौचालय का इस तरह से जर्जर होकर गिरना जिम्मेदारों पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं। मामले को लेकर ग्राम प्रधान श्रवण यादव ने बताया कि शौचालय का निर्माण उनके कार्यकाल में 2016 में ही हुआ था। हालांकि यह कैसे गिर गया इसको लेकर कोई जानकारी नहीं है। मामले में एसएचओ मैगलगंज का कहना है कि उन्हें एक शिकायत प्राप्त हुई है। जिसके बाद मामले की पड़ताल की जा रही है।
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