लखनऊ. उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एक 17 साल की लड़की ने अपने ही कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी। क्योंकि उसके पिता ने 17 अगस्त को बेटी के स्कूल से घर लौटने में हुई देरी की वजह पूछ ली थी। इस दौरान पिता ने डांट फटकार भी लगा दी थी। जिसके बाद बेटी चुपचाप अपने कमरे में गई और सुसाइड कर लिया। थोड़ी देर बाद पिता जब बेटी के कमरे में गए तो उनके होश उड़ गए।
स्कूल से लेट आई थी लड़की
वृंदावन कॉलोनी सेक्टर 5 की रहने वाली 17 वर्षीय लड़की शिक्षा 12 वीं कक्षा में पढ़ती है। वह स्कूल से लेट आई तो पिता ने इसकी वजह पूछ ली। वह देर होने का कारण नहीं बता पाई तो पिता ने उसे जमकर डांट फटकार लगा दी। जिसके बाद बेटी अपने कमरे में गई और दुपट्टे के सहारे पंखें से लटककर जान दे दी। कुछ देर बाद पिता योगेश ने कमरे में जाकर देखा तो उनके होश उड़ गए। बेटी ने सुसाइड कर लिया था। उसे तुरंत अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने भी मृत घोषित कर दिया था। इस घटना से परिवार में मातम पसर गया। योगेश की पत्नी सपना और छोटी बेटी श्रेया का रो रोकर बुरा हाल है।
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सहनशीलता की कमी
दरअसल आजकल के बच्चों में सहनशीलता की काफी कमी आ चुकी है। वे किसी की डांट फटकार सहन नहीं कर पाते हैं। इस कारण वे गलत कदम उठा लेते हैं। इसलिए जरूरी है कि माता-पिता अपने बच्चों को डांटने से पहले ये देख लें कि उनके बच्चे कितने सहनशील हैं। अगर उनमें डांट फटकार सहन करने की क्षमता भी नहीं है, तो उन्हें प्रेम से समझाने की कोशिश करें। उन्हें टीचर, उनके दोस्तों के माध्यम से समझाएं, ताकि वे अचानक कोई गलत कदम नहीं उठाएं। चूंकि कुछ पैरेंट्स पहले तो बच्चों को बहुत लाड़ प्यार से रखते हैं। लेकिन जब वे कोई गलती कर देते हैं। तो उन्हें इतना डांट देते हैं कि बच्चे उसे सहन नहीं कर पाते हैं।
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