
प्रयागराज: संगम नगरी की सुबहें हमेशा से लोगों के लिए खास रही हैं- लेकिन आने वाले दिनों में शहर की पहचान में एक और नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। गंगा की विशाल धारा के ऊपर बीते तीन वर्षों से तैयार हो रहा सिक्स लेन पुल अब लगभग अपने आखिरी पड़ाव पर है। लंबे समय से इस परियोजना का इंतज़ार कर रहे शहरवासियों के लिए यह खबर बड़ी राहत की है, क्योंकि यह पुल प्रयागराज के ट्रैफिक सिस्टम में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाला है।
स्टेनली रोड से मलाक हरहर तक फैले करीब 9.9 किलोमीटर लंबे इस पुल का निर्माण अब तेज़ रफ़्तार पकड़ चुका है। हाल ही में 200 टन का भारी सेगमेंट स्थापित किया गया, जिसके बाद तकनीकी रूप से सबसे चुनौतीपूर्ण हिस्से अब लगभग पूरे हो चुके हैं। पुल में कुल 288 सेगमेंट लगाए जाने हैं, जिनमें से 120 से अधिक पहले ही स्थापित किए जा चुके हैं।
निर्माण कंपनी ने श्रमिकों और भारी मशीनरी की संख्या बढ़ाकर काम को और तेज़ कर दिया है। गंगा की तेज धारा के बीच अस्थायी रास्ता बनाकर सेगमेंट रखने की प्रक्रिया लगातार जारी है।
यह भी पढ़ें: यूपी के 12वीं के छात्र ने बनाई AI टीचर ‘Sophie’: सवाल पूछो, तुरंत जवाब देती है, क्लास भी लेती है
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की निगरानी में बन रहे इस सिक्स लेन पुल की लागत 1947 करोड़ रुपये है। पुल की नींव 67 मजबूत पिलरोंपर तैयार की जा रही है, जो उच्च तकनीक और सटीकता का उदाहरण है। परियोजना की शुरुआत फरवरी 2021 में की गई थी। मूल समयसीमा 2024 थी, लेकिन तकनीकी व प्रशासनिक कारणों से इसे बढ़ाकर अब 2026 किया गया है।
इस पुल के तैयार होते ही प्रयागराज का यातायात तंत्र पूरी तरह बदल जाएगा। वर्तमान में पुराने पुल पर रोजाना लगने वाले भीषण जाम से लोगों को निजात मिलेगी। इसके अलावा:
जैसे बड़े शहरों की ओर जाने वाले यात्रियों को भी समय और ईंधन दोनों की बचत होगी।
हरियाणा की सिंगला कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड इस परियोजना को अंजाम दे रही है। अधिकारी बताते हैं कि सेगमेंट टेक्नोलॉजी हाई-कॉस्ट और हाई-प्रिसीजन होती है, इसलिए समय लगता है। लेकिन अब प्रोजेक्ट एक फाइनल रिदम में आ चुका है और आने वाले महीनों में इसका अंतिम रूप सामने आने की उम्मीद है।
यदि सब कुछ निर्धारित गति से आगे बढ़ता रहा, तो आने वाले महीनों में प्रयागराज के लोगों को गंगा के ऊपर एक आधुनिक, मजबूत और हाई-टेक सिक्स लेन पुल की सौगात मिलेगी। यह न सिर्फ शहर की कनेक्टिविटी को नया आयाम देगा, बल्कि उत्तर प्रदेश की सड़क संरचना को भी और मजबूत करेगा।
यह भी पढ़ें: WhatsApp-Telegram पर डिमांड, कोरियर से सप्लाई… कानपुर चल रहा था गंदा काम
उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।