
प्रयागराज | महाकुंभ में मची भगदड़ के बाद सरकार और पुलिस प्रशासन पर सवाल उठने लगे हैं। महामंडलेश्वर प्रेमानंद पुरी ने कहा है कि जितनी भीड़ थी, उसे पुलिस नहीं संभाल सकती थी। यह पुलिस के वश की बात नहीं थी। सेना को हवाले कर देना चाहिए था। उन्होंने कहा कि संतो ने शुरू से ही सरकार से इस मेले को सेना के हवाले करने की मांग की थी।
भगदड़ के बाद महामंडलेश्वर प्रेमानंद पुरी न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि अभी भी समय है इस मेले को सेना के हवाले कर दिया जाए।
यह भी पढ़ें : महाकुंभ भगदड़ : घायलों के लिए ग्रीन कॉरिडोर, 50 से ज्यादा एम्बुलेंस, इलाज जारी
पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के महामंडलेश्वर प्रेमानंद पुरी ने कहा, 'हमने पहले ही कहा था कि कुंभ की सुरक्षा को सेना के हवाले किया जाए लेकिन किसी ने हमारी नहीं सुनी। इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को संभालना पुलिस के लिए संभव नहीं है। मेरा मन बहुत व्यथित है। मैं अखाड़े में अपने साथियों से कहकर आया कि आप लोग वहां भगदड़ की जानकारी फैलाने की बजाय अपने भक्तों को शांतिपूर्वक कैंपों में लौटने के लिए कहें। इससे वहां भी भगदड़ मचने की आशंका कम होगी। अगर कुंभ सेना के हवाले किया जाता तो मुझे नहीं लगता कि इतना बड़ा हादसा होता।'
वहीं, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा, “जो घटना हुई उससे हम दुखी हैं। हमारे साथ हजारों श्रद्धालु थे। जनहित में हमने फैसला किया है कि अखाड़े आज स्नान में हिस्सा नहीं लेंगे। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे आज के बजाय वसंत पंचमी पर स्नान के लिए आएं। साथ ही यह घटना इसलिए हुई क्योंकि श्रद्धालु संगम घाट जाना चाहते थे, इसके बजाय उन्हें जहां भी पवित्र गंगा दिखे, वहीं डुबकी लगा लेनी चाहिए। इसमें प्रशासन की कोई गलती नहीं है। करोड़ों लोगों को संभालना आसान नहीं है। हमें अधिकारियों के साथ सहयोग करना चाहिए।”
यह भी पढ़ें : इतर-बितर सामान, घायलों को बचाते पुलिसकर्मी, भगदड़ के बाद की 10 PHOTOS
उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।