
प्रयागराज। शहर के फाफामऊ ब्रिज पर क्षतिग्रस्त ज्वाइंटर की मरम्मत का काम पीडब्ल्यूडी विभाग ने युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया है। 25 सितंबर तक मरम्मत पूरी करने का लक्ष्य रखा गया है ताकि भारी वाहनों और यात्रियों को डायवर्जन से हो रही परेशानी से राहत मिल सके।
पीडब्ल्यूडी विभाग ने ब्रिज पर क्षतिग्रस्त ज्वाइंटर की मरम्मत के लिए बैरिकेडिंग लगाकर युद्धस्तरीय काम शुरू कर दिया है। मरम्मत कार्य में इंजीनियरिंग टीम ने 8 टूटे हुए ज्वाइंटर की पहचान की है और तेजी से कार्यवाही कर यातायात सुरक्षा सुनिश्चित करने का प्रयास किया जा रहा है।
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ब्रिज बंद होने के कारण रोडवेज बसें और अन्य भारी वाहन नवाबगंज बाईपास, कोखराज और पूरामुफ्ती मार्ग से शहर में प्रवेश कर रहे हैं। यात्रियों को लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है और समय के साथ अतिरिक्त किराया भी देना पड़ रहा है, जिससे लोगों में असुविधा और आर्थिक भार बढ़ा है।
ब्रिज बंद होने से प्रतिदिन हजारों यात्रियों और वाहनों को वैकल्पिक मार्ग अपनाना पड़ रहा है। बाइक और हल्के वाहनों के लिए ब्रिज पर एक लेन आंशिक रूप से खुली है, लेकिन भारी वाहनों को डायवर्जन के कारण लंबा रूट तय करना पड़ रहा है, जिससे समय और ईंधन की खपत भी बढ़ रही है।
फाफामऊ ब्रिज 1988 में गंगा नदी पर बनाया गया था और यह प्रयागराज और आसपास के क्षेत्रों में वाहनों की आवाजाही का प्रमुख मार्ग है। यह ब्रिज शहर के उद्योग, व्यवसाय और ग्रामीण संपर्क के लिए अहम भूमिका निभाता रहा है, इसलिए इसका बंद होना स्थानीय अर्थव्यवस्था और यात्रियों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है।
ब्रिज पर 8 जगह ज्वाइंटर टूट चुके थे, जिससे भारी वाहनों और यात्रियों की सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा था। समय रहते मरम्मत न होने पर बड़े हादसे की संभावना थी। पीडब्ल्यूडी ने तुरंत मरम्मत कार्य शुरू कर सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ ब्रिज की संरचना को मजबूत बनाने का कार्य आरंभ किया।
पीडब्ल्यूडी ने जिला प्रशासन से 15 दिनों तक ब्रिज बंद रखने की अनुमति ली है। प्रशासन ने वैकल्पिक मार्ग तैयार किए हैं और यातायात नियंत्रण के लिए रणनीति बनाई है। इस योजना में रोडवेज बसों और भारी वाहनों के लिए अलग-अलग रूट, ट्रैफिक स्टाफ की तैनाती और मार्ग पर संकेत लगाने का प्रावधान शामिल है।
डायवर्जन के दौरान वैकल्पिक मार्गों पर ट्रैफिक का दबाव कम करने के लिए जिला प्रशासन और पुलिस ने रोडवेज बसों, ट्रकों और निजी वाहनों के लिए अलग-अलग रूट बनाए हैं। इसके अलावा, मोबाइल ट्रैफिक अपडेट और चेतावनी बोर्ड लगाकर यात्रियों को समय पर जानकारी देने की व्यवस्था की गई है।
मरम्मत कार्य तय समय में पूरा करने के लिए पीडब्ल्यूडी और जिला प्रशासन ने युद्धस्तरीय योजना बनाई है। 25 सितंबर तक सभी ज्वाइंटर बदल दिए जाएंगे और ब्रिज सामान्य रूप से खोल दिया जाएगा, जिससे यातायात सुचारू होगा और डायवर्जन से हो रही असुविधा समाप्त होगी।
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